लाल किला विस्फोट मामले में बड़ा अपडेट, आमिर राशिद अली और शोएब की NIA हिरासत 10 दिन बढ़ी
नई दिल्ली, 26 नवंबर — दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने लाल किला के पास हुए विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी राहत देते हुए आमिर राशिद अली की हिरासत को 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। इसी केस में गिरफ्तार शोएब को भी अदालत ने 10 दिनों की NIA पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।
दोनों आरोपियों को एनआईए ने प्रधान जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चंदना की अदालत में पेश किया। एजेंसी ने अदालत को बताया कि विस्फोट की साजिश और लॉजिस्टिक सपोर्ट के नेटवर्क को उजागर करने के लिए दोनों से गहन पूछताछ जरूरी है।
शोएब पर आरोप—हमलावर को पनाह और मदद दी
एनआईए ने हाल ही में फरीदाबाद से शोएब को गिरफ्तार किया है। एजेंसी का आरोप है कि शोएब ने धमाके से ठीक पहले आतंकी उमर नबी को न केवल शरण दी, बल्कि हथियार और मूवमेंट से जुड़ा लॉजिस्टिक सपोर्ट भी दिया।
इस गिरफ्तारी के बाद मामले में अब तक कुल गिरफ्तारियां सात हो गई हैं।
सूत्र बताते हैं कि शोएब से पहले भी पूछताछ हुई थी, लेकिन नए खुलासों के आधार पर उसे दोबारा बुलाकर गिरफ्तार किया गया।
आमिर राशिद अली—धमाके में इस्तेमाल कार का मालिक
जांच में पता चला है कि आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट के लिए जिस i20 कार का उपयोग किया था, वह आमिर राशिद अली के नाम पर रजिस्टर्ड थी। एनआईए का दावा है कि आमिर ने हमलावर के साथ मिलकर धमाके की पूरी योजना तैयार की थी।
दिल्ली पुलिस से केस अपने हाथ में लेने के बाद एनआईए ने आरोपी की तलाश के लिए कई राज्यों में छापेमारी की थी। कुछ दिनों की खोज के बाद आमिर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
पूरे नेटवर्क की तलाश में NIA
जांच एजेंसी अब यह पता लगाने में जुटी है कि धमाके की साजिश कितने लोगों ने मिलकर तैयार की और किन-किन राज्यों में इसका नेटवर्क फैला हुआ है। NIA यह भी पता कर रही है कि घटना से पहले हमलावरों की गतिविधियाँ कहाँ-कहाँ रिकॉर्ड हुईं।
Final Thoughts from TheTrendingPeople
लाल किला विस्फोट मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, सुरक्षा एजेंसियों को नए-नए लिंक और समर्थन नेटवर्क के सुराग मिल रहे हैं। आमिर और शोएब की बढ़ी हुई हिरासत से उम्मीद है कि NIA इस साजिश के पूरे मॉड्यूल का पर्दाफाश कर सकेगी। यह मामला दिल्ली की सुरक्षा और आतंकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता को फिर से उजागर करता है।