धमकियों और भेदभाव के बीच शुरू हुआ करियर, नम्रता सोनी ने बताया बॉलीवुड का कड़वा सच
नई दिल्ली, 26 नवंबर — बॉलीवुड की मशहूर मेकअप आर्टिस्ट नम्रता सोनी ने अपने करियर की शुरुआत से जुड़ी चौंकाने वाली बातें सामने रखी हैं। उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री में शुरुआत के दिनों में उन्हें न सिर्फ भेदभाव का सामना करना पड़ा, बल्कि गंभीर धमकियाँ भी दी गईं। बावजूद इसके, कुछ बड़े सितारों ने उनका समर्थन कर उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दिया।
वैनिटी वैन में छिपकर करना पड़ता था काम
ANI से बातचीत में नम्रता ने बताया कि उस समय मेकअप इंडस्ट्री पूरी तरह पुरुषों के कब्जे में थी। केवल पुरुष मेकअप आर्टिस्ट और महिला हेयरड्रेसर इंडस्ट्री में स्वीकारे जाते थे।
उन्होंने कहा कि यूनियन के विरोध के चलते उन्हें वैनिटी वैन में छुपकर काम करना पड़ता था, क्योंकि सेट पर उनके काम करने से प्रोड्यूसर्स को जुर्माने की धमकी दी जाती थी।
स्थिति इतनी खराब थी कि उनके घर तक धमकी भरे फोन आते थे और उन्हें काम छोड़ने पर मजबूर करने की कोशिश की जाती थी। धमकियों में कहा जाता था कि यदि उन्होंने काम नहीं छोड़ा, तो रास्ते में हमला किया जाएगा।
लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक पहुँची
नम्रता ने बताया कि यह भेदभाव सिर्फ व्यक्तिगत नहीं था—यह पूरे सिस्टम का हिस्सा था। उन्होंने कानूनी लड़ाई शुरू की और मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया, जहाँ फैसला महिलाओं के पक्ष में आया। इस निर्णय ने पूरे बॉलीवुड में महिलाओं के लिए मेकअप आर्टिस्ट्री के दरवाज़े खोल दिए।
बॉलीवुड सितारों ने दिया साथ
नम्रता सोनी ने बताया कि इस संघर्ष में कई सितारे खुलकर उनके साथ खड़े हुए।
इनमें शाहरुख खान, सलमान खान, सोनम कपूर, प्रीति जिंटा, करण जौहर और समीरा रेड्डी शामिल थे।
एक बड़े अभिनेता ने तो यूनियन को साफ शब्दों में कहा—महिलाओं को सेट पर काम करने से रोका नहीं जा सकता।
फराह खान का बड़ा समर्थन
फिल्म ओम शांति ओम के दौरान जब किसी ने उनकी जगह किसी और आर्टिस्ट को लाने की कोशिश की, तो निर्देशक फराह खान ने साफ कहा कि “यदि कोई उनके लेवल का काम नहीं कर सकता, तो बदलाव नहीं होगा।”
नम्रता ने इसे अपने करियर का टर्निंग पॉइंट बताया।
IIFA और दादासाहेब फाल्के सम्मान मिला
दो दशक के करियर में नम्रता ने कई बड़े सितारों के साथ काम किया। ओम शांति ओम में शाहरुख खान के लुक के लिए उन्हें IIFA अवॉर्ड मिला और उनकी आर्टिस्ट्री के लिए उन्हें दादासाहेब फाल्के सम्मान से भी नवाजा गया।
Final Thoughts from TheTrendingPeople
नम्रता सोनी की कहानी सिर्फ व्यक्तिगत संघर्ष की नहीं, बल्कि बॉलीवुड में महिलाओं के अधिकारों और बराबरी की लड़ाई का प्रतीक है। धमकियों, भेदभाव और सामाजिक बाधाओं के बावजूद उनका आगे बढ़ना इंडस्ट्री में नई पीढ़ी की महिलाओं के लिए प्रेरणा है। आज उनका नाम मेकअप आर्टिस्ट्री की दुनिया में सम्मान से लिया जाता है।