दुबई एयरशो 2025: भारतीय वायुसेना का तेजस क्रैश, विंग कमांडर नमांश स्याल शहीद—अमेरिकी और रूसी पायलटों की भावुक श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, 24 नवंबर - दुबई एयरशो 2025 में शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का हल्का लड़ाकू विमान तेजस (LCA Tejas) दर्दनाक हादसे का शिकार हो गया। इस दुर्घटना में विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत हो गई। पूरी दुनिया की निगाहों के सामने हुए इस हादसे ने भारत ही नहीं, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय एविएशन समुदाय को गहरे शोक में डाल दिया।
हालांकि इस घटना के तुरंत बाद भी दुबई में एयरशो जारी रहा, लेकिन कई अंतर्राष्ट्रीय पायलटों ने इस पर निराशा और दुख व्यक्त किया।
अमेरिकी एफ-16 डेमो पायलट टेलर हीस्टर ने कहा—“यह बहुत अजीब था”
अमेरिकी एफ-16 डेमो पायलट और लोकप्रिय एरोबैटिक फ्लायर टेलर ‘FEMA’ हीस्टर ने इस हादसे पर हृदयस्पर्शी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद भी एयरशो का जारी रहना उन्हें बेहद “अजीब और निराशाजनक” लगा।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि—
“हम दूर खड़े इस हादसे को देख रहे थे। इंडियन मेंटेनेंस क्रू खाली पार्किंग स्पॉट पर स्तब्ध खड़ा था। पायलट का सामान उसकी कार में वैसे ही पड़ा था।”
हीस्टर ने हादसे के बाद अपना शो रद्द कर दिया और कहा—
“‘शो मस्ट गो ऑन’ का सिद्धांत, उन लोगों के सम्मान से बड़ा नहीं हो सकता जो ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा देते हैं।”
उनकी पोस्ट पर दुनिया भर के एविएशन प्रेमियों ने श्रद्धांजलि दी और भारतीय पायलट के साहस को सलाम किया।
रूसी एयरोबैटिक्स टीम ने दी भावुक श्रद्धांजलि—‘Missing Man Formation’ उड़ान
रोमांचक एरोबैटिक प्रदर्शनों के लिए मशहूर रूसी नाइट्स एरोबैटिक टीम ने भी विंग कमांडर नमांश स्याल को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने तेजस हादसे को “बहुत भयावह” बताया और फिर
23 नवंबर को दुबई एयरशो के आखिरी दिन ‘Missing Man Formation’ उड़ान भरकर भारतीय पायलट को सम्मान दिया। यह सम्मान विश्वभर में शहीद वायुसेना पायलटों को समर्पित सबसे प्रतिष्ठित सैन्य परंपराओं में से एक है।
CDS जनरल अनिल चौहान: “भारतीय सेना इस क्षति पर गहरा दुख व्यक्त करती है”
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने बयान जारी कर गहरा दुख व्यक्त किया।
उन्होंने कहा—
“तेजस एरियल डिस्प्ले के दौरान हादसे का शिकार हुआ और पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल की मृत्यु हो गई। भारतीय सशस्त्र बल इस दर्दनाक क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और पायलट के परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं।”
भारतीय वायुसेना के कई अधिकारियों ने भी इस घटना को देश की तकनीकी क्षमता और साहस का प्रतीक बताते हुए श्रद्धांजलि दी।
भारत और दुबई प्रशासन ने जांच और राहत की प्रक्रिया पर दिया भरोसा
दुबई एयरशो में तेजस का प्रदर्शन भारत की रक्षा निर्माण क्षमता, स्वदेशी तकनीक और एयरोस्पेस ताकत की मजबूती का प्रतीक था।
घटना के बाद भारतीय रक्षा मंत्रालय और दुबई प्रशासन ने संयुक्त बयान में भरोसा दिलाया कि—
- राहत कार्यों को पूर्ण पारदर्शिता के साथ संचालित किया जाएगा
- दुर्घटना की जांच विशेषज्ञों की टीम द्वारा की जाएगी
- तकनीकी पहलुओं की समीक्षा कर सटीक कारण पता लगाया जाएगा
दुबई एयरशो 2025 में इस हादसे ने दुनिया भर के रक्षा विशेषज्ञों को सवालों और संवेदनाओं दोनों में डुबो दिया है।
अंतरराष्ट्रीय एविएशन समुदाय में शोक की लहर
इस दुखद घटना के बाद वैश्विक एविएशन संस्थानों, सैन्य विश्लेषकों और अंतर्राष्ट्रीय रक्षा समुदाय ने भारतीय पायलट के साहस को सम्मानित किया।
सोशल मीडिया पर हजारों पायलटों, रिटायर्ड वेटरन्स और एयरफोर्स परिवारों ने नमांश स्याल को श्रद्धांजलि दी।
कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर यह भी चर्चा रही कि
हादसे के बाद तुरंत एयरशो जारी रखना उचित था या नहीं,
जिस पर वैश्विक विमर्श अभी भी जारी है।
TheTrendingPeople.com की राय में
विंग कमांडर नमांश स्याल का शौर्य, समर्पण और बलिदान भारतीय वायुसेना का स्वर्णिम अध्याय बनकर याद रखा जाएगा।
तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमान का अंतर्राष्ट्रीय मंच पर हिस्सा लेना भारत की तकनीकी शक्ति का प्रमाण है, और यह हादसा पूरे राष्ट्र के लिए भारी दुख का विषय है।
अमेरिकी और रूसी पायलटों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि बताती है कि आसमान सीमाएं नहीं पहचानता—साहस और बलिदान हर देश में समान सम्मान के पात्र हैं।