TheTrendingPeople | UIDAI जल्द लॉन्च करेगा नया आधार ऐप: बिना इंटरनेट भी पहचान सत्यापन संभव, जानें कैसे बदलेगी प्रक्रिया
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) बहुत जल्द एक नया और अत्याधुनिक New Aadhaar App लॉन्च करने जा रहा है। यह ऐप देश के करोड़ों आधार धारकों के लिए बेहद उपयोगी साबित होने वाला है, क्योंकि इससे अब बिना इंटरनेट के भी सुरक्षित, तेज और पेपरलेस पहचान सत्यापन किया जा सकेगा।
यह नया सिस्टम पहचान सत्यापन की प्रक्रिया को पूरी तरह बदल देगा और विशेष रूप से उन क्षेत्रों में बड़ा फायदा देगा जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी कमजोर है।
क्या है नया ऑफ़लाइन आधार (Offline Aadhaar) फीचर?
UIDAI के नए ऐप का मुख्य आकर्षण इसका ऑफलाइन वेरिफिकेशन सिस्टम है।
इस तकनीक के जरिए—
- बिना इंटरनेट
- बिना OTP
- बिना QR स्कैन समस्याओं के
- और बिना दस्तावेज साथ लिए
किसी भी व्यक्ति की पहचान को तुरंत सत्यापित किया जा सकेगा।
यह सुविधा सुरक्षा के मामले में बेहद मजबूत है, क्योंकि यह एडवांस्ड एन्क्रिप्शन तकनीक पर आधारित है।
इसमें व्यक्तिगत डेटा कहीं सर्वर पर स्टोर नहीं किया जाता, बल्कि सत्यापन स्थानीय स्तर पर होता है।
यह फीचर कैसे काम करेगा?
नया आधार ऐप ऑफलाइन XML या डिजिटल फॉर्मेट में आपकी पहचान की पुष्टि करेगा।
प्रक्रिया कुछ इस तरह होगी—
- उपयोगकर्ता ऐप पर एक ऑफलाइन डिजिटल पहचान फाइल (XML/QR) डाउनलोड करेगा।
- यह फाइल एन्क्रिप्टेड होगी, जिसे केवल सत्यापनकर्ता ही खोल सकेगा।
- सत्यापनकर्ता इस फाइल या QR का उपयोग कर स्थानीय स्तर पर पहचान सत्यापित कर लेगा।
- इस दौरान इंटरनेट कनेक्शन की कोई जरूरत नहीं होगी।
इस तरीके से पहचान सत्यापन तेज, सुरक्षित और झंझट-मुक्त होगा।
लाखों लोगों को मिलेगा फायदा—क्यों है यह फीचर गेम-चेंजर?
UIDAI के अनुसार, इस ऐप का मकसद पहचान सत्यापन को
सुरक्षित, सरल, डिजिटल और पूरी तरह पेपरलेस बनाना है।
इसका खास फायदा इन लोगों को होगा—
- ग्रामीण इलाके, जहां इंटरनेट कमजोर है
- बुजुर्ग और सामान्य नागरिक जिन्हें OTP या फॉर्म भरने में दिक्कत होती है
- स्कूल/कॉलेज पहचान सत्यापन
- बैंक में KYC
- सरकारी योजनाओं में पहचान सत्यापन
- प्राइवेट कंपनियों में ऑनबोर्डिंग
- एयरपोर्ट और टिकटिंग सत्यापन
ऑफलाइन आधार पहचान यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी व्यक्ति
बिना स्मार्टफोन और बिना इंटरनेट के भी आसानी से अपनी पहचान साबित कर सके।
सुरक्षा के लिहाज से कितना सुरक्षित है यह ऐप?
UIDAI ने बताया है कि नया ऐप—
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन
- टैंपर-प्रूफ QR कोड
- डेटा प्रोटेक्शन प्रोटोकॉल
- लोकल डिवाइस वेरीफिकेशन
जैसी तकनीकों पर आधारित होगा।
इससे किसी भी नागरिक की व्यक्तिगत जानकारी को
बिना उसकी अनुमति के देखा या कॉपी नहीं किया जा सकेगा।
इसके अलावा, यह पूरा ऑफ़लाइन सिस्टम UIDAI की Zero Data Sharing Policy को भी मजबूत करेगा।
कब लॉन्च होगा नया आधार ऐप?
UIDAI आधिकारिक रूप से जल्द ही इस ऐप की घोषणा करने वाला है।
सूत्रों के अनुसार, यह भारत में चल रही डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) प्रणाली का बड़ा हिस्सा होगा और 2025 की शुरुआत तक विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में इसका ट्रायल शुरू किया जा सकता है।
TheTrendingPeople.com की राय में
UIDAI का नया ऑफलाइन आधार ऐप भारत की पहचान सत्यापन प्रणाली को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।
यह न केवल डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को मजबूत करेगा, बल्कि लाखों लोगों तक
सुरक्षित, सरल और सार्वभौमिक पहचान सुविधा पहुंचाएगा—वह भी बिना इंटरनेट और बिना झंझट के।
नागरिकों की गोपनीयता और सुविधा दोनों को ध्यान में रखकर बनाया गया यह ऐप
भारत के डिजिटल ढांचे में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
