दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन, खेल जगत ने जताया शोक—शिखर धवन और विजेंद्र सिंह ने दी श्रद्धांजलि
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। 89 वर्ष की आयु में सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। लंबे समय से बीमार चल रहे धर्मेंद्र को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी, और पिछले कुछ महीनों से उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था।
उनके निधन की खबर न सिर्फ फिल्म जगत, बल्कि खेल जगत के लिए भी एक सदमे की तरह आई। भारत के पूर्व क्रिकेटर, बॉक्सर और अन्य खिलाड़ियों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
शिखर धवन बोले—“ताकत दयालु भी हो सकती है”
पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा:
“आप सिर्फ कद में ही नहीं, बल्कि आपका हौसला भी हमेशा ऊंचा रहा। धर्मेंद्र जी, हमें यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि ताकत दयालु हो सकती है। ओम शांति।”
धवन के इस संदेश ने हजारों लाइक और शेयर बटोरे, जो दर्शाता है कि धर्मेंद्र का प्रभाव फिल्म इंडस्ट्री से बहुत आगे तक फैला हुआ था।
विजेंद्र सिंह ने लिखा—“भावपूर्व श्रद्धांजलि”
ओलंपिक पदक विजेता बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने एक्स पर छोटा लेकिन भावुक संदेश लिखा:
“भावपूर्व श्रद्धांजलि धर्मेंद्र जी।”
खेल जगत के कई खिलाड़ियों ने उनकी फिल्मों और उनके प्रेरणादायक व्यक्तित्व को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
लंबे समय से अस्वस्थ थे धर्मेंद्र
पिछले कुछ महीनों से धर्मेंद्र लगातार स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
- उन्हें सांस लेने में दिक्कत
- थकान और कमजोरी
- अस्पताल में भर्ती रहना
हाल ही में वे ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हुए थे। इलाज में कुछ सुधार दिखने पर उन्हें घर लाया गया, लेकिन उनकी हालत फिर बिगड़ गई। परिवार के सदस्य लगातार उनकी देखभाल में लगे रहे।
फिल्मी दुनिया की दिग्गज हस्तियाँ मिलने पहुँचीं
जब धर्मेंद्र अस्पताल में भर्ती थे, तब कई बड़े स्टार उनसे मिलने पहुँचे—
- शाहरुख खान
- सलमान खान
- गोविंदा
- अन्य वरिष्ठ फिल्म कलाकार
धर्मेंद्र की तबीयत को लेकर फिल्म इंडस्ट्री के लोग और उनके फैंस लगातार अपडेट लेते रहे।
उनकी लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि अस्पताल के बाहर भी फैंस का जमावड़ा लगा रहा।
पंजाब के गांव से बॉलीवुड तक—धर्मेंद्र की अद्भुत फिल्मी यात्रा
8 दिसंबर 1935 को पंजाब के नसराली में जन्मे धर्मेंद्र किशोरावस्था में पहलवानी किया करते थे।
लेकिन 1958 में फिल्मफेयर के न्यू टैलेंट हंट ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी।
वे मुंबई आए और संघर्षों से लड़ते हुए आखिरकार इंडस्ट्री में जगह बनाई।
फिल्मी करियर की शुरुआत (1960–1965)
- 1960: दिल भी तेरा हम भी तेरे से डेब्यू
- 1961: शोला और शबनम
- 1962: अनपढ़
- 1963: बंदिनी
इन फिल्मों में उन्होंने अपनी सहज और सशक्त एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया।
सुपरस्टारडम (1970–1980)
धर्मेंद्र की सबसे यादगार फिल्मों में शामिल हैं—
- शोले
- यादों की बारात
- सीता और गीता
- प्यार ही प्यार
- खामोशी
- अनुपमा
300 से अधिक फिल्मों में काम करने वाले धर्मेंद्र को उनकी बहुमुखी प्रतिभा, एक्शन, रोमांस और कॉमेडी के संतुलन के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
सम्मान
2012 में उन्हें भारत सरकार द्वारा तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण प्रदान किया गया।
खेल जगत में क्यों थी धर्मेंद्र की इतनी लोकप्रियता?
धर्मेंद्र की फिटनेस, उनका व्यक्तित्व और एक्शन हीरो की छवि ने उन्हें खेल जगत के बीच भी बेहद लोकप्रिय बनाया।
कई खिलाड़ी बचपन से ही धर्मेंद्र की फिल्मों को देखकर बड़े हुए थे।
उनकी मेहनत, अनुशासन और जमीन से जुड़े रहने का स्वभाव खिलाड़ियों को प्रेरित करता था।
इसी कारण उनके निधन पर खेल जगत ने इतने भावुक संदेश लिखे।
TheTrendingPeople.com की राय में
धर्मेंद्र सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा का एक मजबूत स्तंभ थे।
उनकी सादगी, उनकी ऊर्जा और उनका इंसानियत भरा व्यक्तित्व आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।
उनका जाना एक युग का अंत है—लेकिन उनकी फिल्में, संवाद, मुस्कान और चरित्र हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे।