ICC ने बाबर आजम पर लगाया जुर्माना, श्रीलंका के खिलाफ वनडे में आचार संहिता का उल्लंघनImage via Ians
मैच रिपोर्ट: रावलपिंडी में पाकिस्तान की जीत लेकिन बाबर विवादों में
रावलपिंडी में रविवार को खेले गए तीसरे वनडे मैच में पाकिस्तान ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर सीरीज़ 3-0 से अपने नाम कर ली।
हालांकि मैच के बाद सबसे ज्यादा चर्चा टीम की जीत से ज्यादा कप्तान बाबर आजम के व्यवहार की रही।
आईसीसी ने उन्हें आचार संहिता के लेवल 1 उल्लंघन का दोषी पाया और उनकी मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया है।
घटना पाकिस्तान की पारी के 21वें ओवर में घटी। बाबर आजम के आउट होने के बाद, उन्होंने गुस्से में अपने बल्ले से स्टंप्स पर गेंद मारी, जिसे आईसीसी के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन माना गया — यह अनुच्छेद “अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरणों, कपड़ों, मैदानी उपकरणों और फिटिंग के दुरुपयोग” से जुड़ा है।
आईसीसी का फैसला और कार्रवाई
आईसीसी की प्रेस रिलीज के अनुसार, बाबर आजम के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है।
यह पिछले 24 महीनों में उनका पहला अपराध था।
मैच के दौरान मैदानी अंपायर एलेक्स व्हार्फ और राशिद रियाज, थर्ड अंपायर शरफुद्दौला इब्ने शाहिद और फोर्थ अंपायर फैसल अफरीदी ने बाबर पर आरोप तय किए।
इसके बाद एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी अली नकवी ने दंड का प्रस्ताव रखा, जिसे बाबर ने बिना आपत्ति स्वीकार कर लिया।
इस वजह से औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
आईसीसी ने बयान जारी करते हुए कहा —
“बाबर आजम ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है। वह मैच के दौरान अनुचित व्यवहार के दोषी पाए गए, इसलिए उन्हें लेवल 1 के उल्लंघन के तहत जुर्माना और एक डिमेरिट पॉइंट दिया गया है।”
मैच का सारांश
तीसरे वनडे में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 45.2 ओवरों में 211 रन बनाए।
श्रीलंकाई बल्लेबाज सदीरा समरविक्रमा ने 65 गेंदों में 2 चौकों के साथ 48 रन बनाए, लेकिन बाकी बल्लेबाज टिक नहीं पाए।
पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद वसीम जूनियर सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 3 विकेट झटके।
हारिस रऊफ और फैसल अकरम ने 2-2 विकेट लेकर श्रीलंका की पारी को समेटने में अहम भूमिका निभाई।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम ने 44.4 ओवरों में 212 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया।
फखर जमां ने 55 रन, मोहम्मद रिजवान ने शानदार 61 रन और हुसैन तलत ने नाबाद 42 रन की पारी खेली।
श्रीलंका के लिए जेफ्री वेंडरसे ने 3 विकेट झटके।
बाबर आजम की प्रतिक्रिया
मैच के बाद बाबर आजम ने मीडिया से कहा —
“मैं मैदान पर हुई गलती की जिम्मेदारी लेता हूं। भावनाएं कभी-कभी आप पर हावी हो जाती हैं, लेकिन यह खेल की भावना के खिलाफ था। मैं इससे सीख लूंगा और आगे बेहतर करने की कोशिश करूंगा।”
उन्होंने टीम की जीत पर भी खुशी जताते हुए कहा कि सीरीज़ क्लीन स्वीप करना टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा।
विशेषज्ञों और पूर्व क्रिकेटरों की राय
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम ने कहा —
“बाबर एक परिपक्व खिलाड़ी हैं, उनसे इस तरह का व्यवहार अप्रत्याशित था।
लेकिन यह अच्छा है कि उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और आईसीसी की कार्रवाई का सम्मान किया।”
वहीं क्रिकेट विश्लेषक रमीज राजा ने इसे “भावनाओं में की गई भूल” बताते हुए कहा कि यह बाबर की छवि पर बड़ा असर नहीं डालेगा।
“बाबर खेल के सबसे शांत खिलाड़ियों में से एक हैं। यह घटना निराशा का नतीजा है, लेकिन उनकी ईमानदारी से माफी इसे समाप्त कर देती है।”
सोशल मीडिया पर चर्चा
सोशल मीडिया पर बाबर आजम का नाम दिनभर ट्रेंड करता रहा।
फैंस ने दो तरह की प्रतिक्रियाएं दीं —
एक ओर कुछ ने कहा कि “आईसीसी की कार्रवाई सही है, क्योंकि खेल की मर्यादा सबसे ऊपर है,”
वहीं दूसरी ओर फैंस ने बाबर के पक्ष में लिखा —
“हर खिलाड़ी कभी न कभी भावनाओं में बह जाता है। बाबर आजम अब भी हमारे हीरो हैं।”
#BabarAzam और #ICCFine जैसे हैशटैग ट्विटर (अब X) पर ट्रेंड करते रहे।
विश्लेषण: क्या बाबर पर दबाव बढ़ रहा है?
क्रिकेट विश्लेषकों के अनुसार, बाबर आजम पिछले कुछ महीनों से लगातार दबाव में हैं।
एक ओर टीम की कप्तानी का बोझ, दूसरी ओर लगातार अपेक्षाओं का दबाव उन्हें मानसिक रूप से थका सकता है।
हालांकि इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि खेल की मानसिक स्थिति और भावनात्मक नियंत्रण शीर्ष स्तर के क्रिकेट में कितने महत्वपूर्ण हैं।
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, क्रिकेट बोर्ड को खिलाड़ियों के लिए “मेंटल हेल्थ सपोर्ट सिस्टम” को और मजबूत करना चाहिए।
रावलपिंडी वनडे में पाकिस्तान की जीत भले शानदार रही हो, लेकिन बाबर आजम का यह अनुशासनिक विवाद चर्चा का विषय बन गया।
उनकी गलती छोटी थी, लेकिन यह इस बात की याद दिलाती है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर व्यवहार मायने रखता है।
आईसीसी की सख्ती और बाबर की स्वीकारोक्ति दोनों ही खेल भावना के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
अब देखना यह होगा कि आने वाले मैचों में बाबर कैसे इस घटना से सबक लेकर और मजबूत वापसी करते हैं।
बाबर आजम एक प्रतिभाशाली और जिम्मेदार क्रिकेटर हैं, लेकिन इस घटना से उन्हें भावनात्मक नियंत्रण का महत्व समझना चाहिए।
आईसीसी की कार्रवाई खेल के अनुशासन को मजबूत करती है।
फैंस को भी यह याद रखना चाहिए कि खिलाड़ी भी इंसान हैं — गलतियां होती हैं, लेकिन सच्ची महानता उन्हें स्वीकार कर सुधारने में है।