सी-डॉट और आंध्र प्रदेश सरकार ने अमरावती क्वांटम वैली पहल के लिए किया एमओयू साइन
भारत में क्वांटम तकनीक को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है।
टेलीमैटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) ने आंध्र प्रदेश सरकार के साथ अमरावती क्वांटम वैली (AQV) पहल में भागीदारी के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह एमओयू मंगलवार को सीआईआई पार्टनरशिप समिट के 30वें संस्करण के दौरान एक्सचेंज किया गया, जिसमें आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश भी मौजूद रहे।
इस साझेदारी का उद्देश्य भारत के क्वांटम भविष्य को आकार देना और क्वांटम कम्युनिकेशन, डेटा सिक्योरिटी, हार्डवेयर- सॉफ्टवेयर रिसर्च और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाना है।
अमरावती क्वांटम वैली: भारत के क्वांटम युग की नींव
अमरावती क्वांटम वैली परियोजना को आंध्र प्रदेश सरकार ने भारत के क्वांटम मिशन को समर्थन देने और क्वांटम तकनीक में आत्मनिर्भरता हासिल करने के उद्देश्य से शुरू किया है।
इस पहल का लक्ष्य है —
- अत्याधुनिक क्वांटम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करना
- टैलेंट डेवलपमेंट और ट्रेनिंग प्रोग्राम के ज़रिए नई पीढ़ी के क्वांटम इंजीनियर तैयार करना
- रिसर्च एंड एक्सीलेंस हब बनाकर नवाचार को बढ़ावा देना
सरकार का मानना है कि अमरावती क्वांटम वैली देश में इंटीग्रेटेड क्वांटम इकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा, जिसमें उद्योग, अकादमिक संस्थान और अनुसंधान संगठन एक साथ काम करेंगे।
सी-डॉट की भूमिका और योगदान
एमओयू के तहत सी-डॉट आंध्र प्रदेश सरकार के साथ मिलकर क्वांटम कम्युनिकेशन और सिक्योरिटी सॉल्यूशंस से जुड़े कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम करेगा।
इसमें शामिल हैं —
- क्वांटम कम्युनिकेशन एंड सिक्योरिटी सॉल्यूशन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना।
- प्राइवेसी एन्हांसमेंट टेक्नोलॉजी (PETs) में रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा।
- कॉस्ट-इफेक्टिव सब-कंपोनेंट डेवलपमेंट के ज़रिए क्वांटम सिस्टम को अधिक सुलभ बनाना।
- इंटीग्रेटेड क्वांटम सिक्योरिटी टेस्टबेड की स्थापना, जो भविष्य के लिए सुरक्षित संचार प्रणालियों के परीक्षण में मदद करेगा।
सी-डॉट के एक अधिकारी ने कहा —
“हमारा उद्देश्य भारत में क्वांटम टेक्नोलॉजी के लिए एक मजबूत और सुरक्षित नींव तैयार करना है।
अमरावती क्वांटम वैली इसी दिशा में भारत का पहला बड़ा इकोसिस्टम बनेगा।”
भारत के नेशनल क्वांटम मिशन (NQM) को समर्थन
सी-डॉट की यह पहल भारत सरकार के नेशनल क्वांटम मिशन (NQM) के लक्ष्यों से जुड़ी हुई है।
इसके तहत क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम कम्युनिकेशन, सेंसिंग और साइबर सिक्योरिटी में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा दिया जाएगा।
सी-डॉट क्वांटम सिक्योरिटी सॉल्यूशंस के विकास के साथ-साथ डेटा प्रोटेक्शन फ्रेमवर्क को मजबूत करेगा।
विशेष रूप से, यह केंद्र सरकार के डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन (DPDP) कानून के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए PETs डेवलपमेंट में भी अहम भूमिका निभाएगा।
टेक्नोलॉजिकल इकोसिस्टम और स्किल डेवलपमेंट
सी-डॉट की विशेषज्ञता और तकनीकी क्षमता के जरिए आंध्र प्रदेश में क्वांटम से जुड़ी नई स्किल्स और नौकरियों के अवसर भी बढ़ेंगे।
यह साझेदारी शिक्षा और उद्योग के बीच सेतु का काम करेगी —
जिससे छात्रों, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स को प्रयोगात्मक परियोजनाओं पर काम करने का अवसर मिलेगा।
क्वांटम सिक्योरिटी और डेटा प्रोटेक्शन से जुड़े प्रयोग और रिसर्च भारत की साइबर सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत करेंगे।
डिजिटल प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा पर फोकस
क्वांटम तकनीक आने वाले समय में डिजिटल प्राइवेसी, सुरक्षित डेटा एक्सचेंज और एन्क्रिप्शन टेक्नोलॉजी का केंद्र बनेगी।
सी-डॉट इस दिशा में भारत को “क्वांटम-सेफ” बनाने के लिए काम कर रहा है।
इस परियोजना के तहत स्थापित होने वाला क्वांटम सिक्योरिटी टेस्टबेड भारत में साइबर अटैक से बचाव के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का परीक्षण प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।
सी-डॉट: भारत का स्वदेशी टेलीकॉम नवाचार केंद्र
सी-डॉट (Centre for Development of Telematics) भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) का अनुसंधान और विकास केंद्र है।
यह संगठन स्वदेशी टेलीकॉम सॉल्यूशन डिजाइन करता है और देश की रणनीतिक एवं सामाजिक-आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए
कटिंग-एज कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी तैयार करता है।
सी-डॉट की परियोजनाएं देश में 5G नेटवर्क, IoT, साइबर सिक्योरिटी और क्वांटम टेक्नोलॉजी को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
सी-डॉट और आंध्र प्रदेश सरकार के बीच यह एमओयू भारत के क्वांटम टेक्नोलॉजी मिशन को नई दिशा देगा।
अमरावती क्वांटम वैली न केवल देश के क्वांटम भविष्य की नींव बनेगी बल्कि यह भारत को वैश्विक क्वांटम रिसर्च हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी।
सी-डॉट और आंध्र प्रदेश सरकार की यह साझेदारी भारत की टेक्नोलॉजिकल आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
अमरावती क्वांटम वैली आने वाले वर्षों में भारत को क्वांटम टेक्नोलॉजी में अग्रणी बनाएगी —
जहां नवाचार, सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी एक साथ विकसित होंगे।