हिमाचल त्रासदी: 11 महीने की नीतिका से मिलकर भावुक हुए पीएम मोदी, कहा- हर प्रभावित तक पहुंचेगी राहत
मंडी/शिमला, 10 सितम्बर (Hindi.TheTrendingPeople.com): हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक आपदा से प्रभावित नन्ही नीतिका से मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की। नीतिका 30 जून और 1 जुलाई की रात मंडी जिले के गोहर उप-मंडल के तलवाड़ा गांव में बादल फटने से आई अचानक बाढ़ में अपने पूरे परिवार को खोकर अकेली बची थी। जब प्रधानमंत्री ने उसे गोद में उठाकर उसके चेहरे को सहलाया, तो वहां मौजूद सभी लोग भावुक हो उठे।
त्रासदी की रात: जब सबकुछ बदल गया
नीतिका उस रात अपने पालने में गहरी नींद में थी। बाहर बाढ़ का कहर टूटा, माता-पिता और दादी ने घर से निकलकर जान बचाने की कोशिश की, लेकिन वे लौटकर वापस नहीं आए। चमत्कारिक रूप से बची नन्ही नीतिका अब अपने रिश्तेदारों की देखरेख में है।
पीएम मोदी का हिमाचल दौरा
प्रधानमंत्री मोदी अपने हिमाचल दौरे के दौरान नीतिका और अन्य आपदा पीड़ितों से मिले। उन्होंने जुलाई के बाद से लगातार बाढ़ और भूस्खलन का सामना कर रहे प्रभावित परिवारों से भी बातचीत की। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी का भावुक संदेश
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा:
"हिमाचल प्रदेश में भारी बाढ़ और लैंडस्लाइड से प्रभावित कुछ लोगों से बातचीत की। उनकी पीड़ा और नुकसान मन को व्यथित करने वाला है। खराब मौसम का संकट झेल रहे हर व्यक्ति तक राहत और सहायता पहुंचे, इसके लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।"
आपदा की व्यापक तस्वीर
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि 20 जून को मानसून की शुरुआत से अब तक हिमाचल प्रदेश में 136 भूस्खलन, 95 अचानक बाढ़ और 45 बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं। इन आपदाओं ने राज्य के सार्वजनिक ढांचे और निजी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है। वर्तमान में:
- 4 राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 615 सड़कें बंद हैं।
- 1,748 बिजली ट्रांसफार्मर और 461 जल योजनाएं ठप हैं।
प्रधानमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत और पुनर्वास प्रयासों की समीक्षा भी की। उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और आपदा मित्र टीमों के साथ भी बातचीत की।
क्यों महत्वपूर्ण है यह दौरा
हिमाचल प्रदेश हर साल मानसून में प्राकृतिक आपदाओं की मार झेलता है। लेकिन इस बार नुकसान का पैमाना कहीं अधिक बड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल प्रभावित परिवारों को संबल देने का प्रयास है, बल्कि यह संकेत भी है कि केंद्र सरकार आपदा प्रबंधन और पुनर्वास पर विशेष ध्यान दे रही है।
Hindi.TheTrendingPeople.com की अंतिम राय
नीतिका की मुस्कान और उसकी मासूमियत उस त्रासदी के बीच उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है, जिसने सैकड़ों परिवारों को गहरे दर्द में डाल दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल दौरा यह संदेश देता है कि केंद्र और राज्य मिलकर हर प्रभावित तक राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अब सबसे बड़ी चुनौती है—तेजी से सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सेवाओं को बहाल करना और विस्थापित परिवारों को स्थायी राहत देना।