बंगाली अभिनेत्री सुमी हर चौधरी सड़क किनारे भटकती मिलीं, पुलिस परिवार की तलाश में
नई दिल्ली: बंगाली सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री सुमी हर चौधरी को हाल ही में पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले में सड़क किनारे भटकते हुए देखा गया, जिससे फिल्म इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों के बीच चिंता का माहौल है। शॉर्ट्स और काली शर्ट में एक कागज पर कुछ लिखती और बांग्ला और अंग्रेजी में असमंजस भरी बातें करती एक्ट्रेस को पहले तो राहगीरों ने नहीं पहचाना, लेकिन जब उन्होंने खुद को सुमी हर चौधरी एक्ट्रेस बोलकर अपना परिचय दिया, तब लोगों को समझ आया कि वो अभिनेत्री ही हैं। यह घटना कुछ दिन पहले की बताई जा रही है और अब इसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
कैसे सामने आई अभिनेत्री की पहचान?
यह घटना बर्दवान जिले के अमिला बाजार इलाके की है। स्थानीय लोगों ने जब एक महिला को सड़क किनारे भटकते देखा तो पहले तो उन्होंने उसे एक आम महिला समझ कर नजरअंदाज किया। लेकिन उनकी लगातार दोहराई जा रही ‘मैं एक्ट्रेस हूं’ वाली बात ने कुछ लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। कुछ जागरूक लोगों ने इंटरनेट पर उनके नाम की खोज की, तब उनकी फिल्मों और तस्वीरों के जरिए पुष्टि हुई कि वो वास्तव में वही अभिनेत्री हैं जो कुछ समय पहले तक पर्दे पर नजर आती थीं। यह पहचान होने के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने भेजा शेल्टर होम, परिजनों की तलाश जारी
स्थानीय पुलिस ने जब सुमी हर चौधरी से संपर्क करने की कोशिश की तो अभिनेत्री ने अपने बारे में अजीबों-गरीब जानकारियां दीं। पहली बार उन्होंने खुद को कोलकाता का निवासी बताया, तो दूसरी बार बोलपुर का। इसके बाद पुलिस ने बताया कि शायद पहले वो बेहाला (कोलकाता) में रहती थीं और बोलपुर में भी कुछ समय बिता चुकी हैं। फिलहाल अभिनेत्री को एक शेल्टर होम में भेज दिया गया है ताकि उन्हें उचित देखभाल मिल सके। पुलिस उनके परिजनों की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस अधिकारी अभिषेक मंडल के मुताबिक, बेहाला थाने को सूचित कर दिया गया है और अभिनेत्री के परिवार तक पहुंचने की पूरी कोशिश की जा रही है। लेकिन अब तक उनके परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है। अगर जल्द ही कोई संबंधी सामने नहीं आता, तो संभव है कि उन्हें लंबे समय तक शेल्टर होम में रहना पड़े, जो उनके लिए एक मुश्किल स्थिति होगी।
सिनेमा की दुनिया से अचानक गायब
सुमी हर चौधरी ने अपने करियर में कई चर्चित बंगाली फिल्मों और टेलीविजन शोज में काम किया है। उन्होंने 'द्वितीय पुरुष' और 'खाशी कथा: ए गोट सागा' जैसी फिल्मों में सपोर्टिंग रोल निभाए हैं। सृजीत मुखर्जी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘द्वितीय पुरुष’ को समीक्षकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी, जिसमें उनके अभिनय को सराहा गया था। वहीं ‘खाशी कथा’ जैसी फिल्म में नसीरुद्दीन शाह जैसे दिग्गज कलाकार के साथ काम करना भी उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि रही। इसके अलावा उन्होंने ‘रूपसागरे मोनेर मानुष’ और ‘तुमी आशे पासे ठाकले’ जैसे लोकप्रिय शोज में भी काम किया था।
उनकी पहचान होने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि सिनेमा की दुनिया से वह अचानक कैसे गायब हो गईं और इस स्थिति तक कैसे पहुंचीं। यह घटना फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों के मानसिक स्वास्थ्य और उनके जीवन के उतार-चढ़ाव पर भी सोचने को मजबूर करती है।
निष्कर्ष
बंगाली अभिनेत्री सुमी हर चौधरी का सड़क किनारे भटकते हुए मिलना एक दुखद घटना है, जिसने उनके प्रशंसकों और फिल्म बिरादरी को चिंतित कर दिया है। पुलिस उनके परिजनों की तलाश में जुटी है ताकि उन्हें उचित देखभाल और सहायता मिल सके। यह घटना हमें कलाकारों के जीवन के संघर्षों और उनके प्रति समाज की संवेदनशीलता के महत्व की याद दिलाती है।