कांवड़ यात्रा 2025: गाजियाबाद और मेरठ में स्कूलों में छुट्टियां घोषित, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
नई दिल्ली: पवित्र सावन माह में चल रही कांवड़ यात्रा अब अपने चरम पर है, खासकर हरिद्वार से लेकर मेरठ और दिल्ली-गाजियाबाद तक के मार्गों पर कांवड़ियों की भारी संख्या देखी जा रही है। इस स्थिति को देखते हुए, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और मेरठ जिलों में प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा कर दी है, ताकि सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था बनी रहे।
गाजियाबाद में 17 से 23 जुलाई तक स्कूल बंद
गाजियाबाद में शिक्षा विभाग ने कांवड़ यात्रा के चलते जिले के सभी स्कूलों को 17 जुलाई से 23 जुलाई तक बंद रखने का नोटिस जारी किया है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के मद्देनजर लिया गया है।
मेरठ और मुजफ्फरनगर में भी छुट्टियां
गाजियाबाद से पहले, मेरठ में भी स्कूलों की छुट्टियों का एलान किया गया था। मेरठ में प्रशासन ने जनपद के सभी स्कूल 16 जुलाई से 23 जुलाई तक बंद कर दिए हैं। जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि शिवरात्रि 23 जुलाई को है, ऐसे में कांवड़ियों की संख्या और मूवमेंट काफी अधिक रहेगा। इसी तरह, मुजफ्फरनगर में भी 16 जुलाई से स्कूल बंद करने का आदेश पहले ही जारी हो चुका है।
24 जुलाई से खुलेंगे स्कूल
इन सभी जिलों में, सुरक्षा, ट्रैफिक और बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। 24 जुलाई से सभी स्कूल फिर से नियमित रूप से खुल जाएंगे, जब कांवड़ यात्रा अपने समापन की ओर होगी।
कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के कड़े इंतजाम
कांवड़ यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर प्रशासन बेहद सतर्क है। हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद और मेरठ में कांवड़ियों द्वारा गाड़ियों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ी है। इन घटनाओं को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
जैसे-जैसे कांवड़ यात्रा बढ़ रही है, कांवड़िया हरिद्वार व अन्य स्थानों से गंगाजल लेकर अपने गंतव्य के लिए रवाना होने लगे हैं। जल्द ही मेरठ सीमा में हाईवे पर कांवड़ियों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन तैयारी पूरी करने में जुट गया है। मंगलवार को पुलिस ने परतापुर से लेकर दादरी गांव तक अवैध कट पर बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया, ताकि यातायात को नियंत्रित किया जा सके। हालांकि, हाईवे वन-वे होने के कारण दूसरे दिन भी दिनभर जाम की स्थिति बनी रही, जो यात्रा के दौरान यातायात प्रबंधन की चुनौती को दर्शाता है।
निष्कर्ष
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा प्रशासन द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। यह निर्णय न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि कांवड़ यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था और यातायात व्यवस्था को बनाए रखने में भी मदद करेगा। प्रशासन द्वारा किए जा रहे कड़े इंतजाम यह दर्शाते हैं कि सरकार इस धार्मिक आयोजन को शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है।