BSF की वर्दी में ऐतिहासिक बदलाव: डिजिटल पैटर्न वाली नई कॉम्बैट ड्रेस लॉन्च, फोर्स की पहचान में नया अध्याय
नई दिल्ली, 29 मई 2025 | TheTrendingPeople.com — भारत की सीमाओं की रक्षा करने वाले बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवान अब जल्द ही नई डिजिटल पैटर्न वाली कॉम्बैट वर्दी में नजर आएंगे। बीएसएफ ने अपनी यूनिफॉर्म में 70 साल बाद ऐतिहासिक बदलाव करते हुए न सिर्फ डिज़ाइन और कलर स्कीम बदली है, बल्कि फैब्रिक और तकनीक में भी बड़ा अपडेट किया है।
इस बदलाव का मकसद जवानों को बेहतर आराम, मजबूती और कार्यक्षमता देना है, साथ ही उनकी पहचान को नया रूप देना भी है।
नई वर्दी में रंगों का नया संतुलन
नई बीएसएफ वर्दी में तीन रंगों का अनुपात वैज्ञानिक तरीके से तय किया गया है:
- 50% खाकी,
- 45% हरा, और
- 5% भूरा रंग।
यह मिश्रण जवानों को विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों जैसे जंगल, रेगिस्तान और पहाड़ों में बेहतर छलावरण (camouflage) प्रदान करेगा।
फैब्रिक: अब और ज्यादा आरामदायक और टिकाऊ
पहले बीएसएफ की वर्दी में जहां 50% कॉटन और 50% पॉलिएस्टर होता था, अब उसमें 80% कॉटन, 19% पॉलिएस्टर और 1% स्पैन्डेक्स का मिश्रण किया गया है।
स्पैन्डेक्स की मौजूदगी वर्दी में खिंचाव बनाए रखती है, जिससे जवानों को लंबे ऑपरेशन के दौरान भी आराम मिलता है।
"नई यूनिफॉर्म जवानों की जरूरतों के अनुसार तैयार की गई है, ताकि वे मैदान में अधिक दक्षता से काम कर सकें," एक अधिकारी ने बताया।
डिजिटल प्रिंट टेक्नोलॉजी: अब प्रिंट कपड़े के भीतर
बीएसएफ की पुरानी वर्दी में प्रिंट केवल कपड़े के ऊपर होता था, जो जल्दी मिट जाता था।
नई वर्दी में अब डिजिटल प्रिंट तकनीक से पैटर्न सीधे फाइबर के अंदर तक प्रिंट किया गया है, जिससे इसकी टिकाऊपन कई गुना बढ़ गई है।
इन-हाउस डिज़ाइन और पेटेंट सुरक्षा
सबसे खास बात यह है कि इस पूरी यूनिफॉर्म की डिजाइनिंग बीएसएफ ने खुद इन-हाउस की है। इसे तैयार करने में लगभग डेढ़ साल की मेहनत लगी है।
इस डिज़ाइन का पेटेंट भी बीएसएफ के नाम रजिस्टर्ड हो गया है।
अब बिना बीएसएफ की अनुमति इस वर्दी को न कोई बना सकता है, न पहन सकता है और न ही बाजार में बेच सकता है।
यदि कोई व्यक्ति या संस्था इसकी नकल करता है तो वह गैरकानूनी माना जाएगा और उस पर कार्रवाई की जा सकती है।
कब दिखेगी नई वर्दी?
बीएसएफ के अनुसार, अगले एक साल के भीतर पूरी फोर्स को यह नई यूनिफॉर्म उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद देशभर में बीएसएफ जवान सेना और सीआरपीएफ की तर्ज पर डिजिटल कॉम्बैट ड्रेस में नजर आएंगे।
बीएसएफ की भूमिका
भारत की 2.7 लाख जवानों वाली बीएसएफ पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं की रक्षा करती है। इसके अलावा, यह बल नक्सल विरोधी, उग्रवाद और आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी सक्रिय भूमिका निभाता है।
नई वर्दी सिर्फ एक पहनावा नहीं, बल्कि जवानों की नई ताकत और पहचान का प्रतीक बनेगी।