शीतकालीन सत्र के पहले दिन हंगामा: एनडीए नेताओं ने विपक्ष पर लगाए लोकतांत्रिक परंपरा तोड़ने के आरोप
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे पर केंद्र की सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। एनडीए नेताओं ने कहा कि सदन की कार्यवाही बाधित करना लोकतांत्रिक परंपरा के खिलाफ है और विपक्ष का यह रवैया संसद की गरिमा को ठेस पहुंचा रहा है।
सोमवार को सत्र की शुरुआत होते ही विपक्ष ने एसआईआर मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
चिराग पासवान बोले — “विपक्ष संवादहीनता की परंपरा कायम कर रहा है”
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर संवादहीनता का माहौल बना रहा है।
उन्होंने कहा —
“पहली बार संसद आए कई सांसद अपनी बात रखना चाहते हैं। प्रश्नकाल में सवाल लगते हैं और शून्यकाल में विषय उठाए जाते हैं, लेकिन विपक्ष लगातार गतिरोध की परंपरा बना रहा है। यह सदन चलने नहीं दे रहा और लोकतांत्रिक मर्यादा को नुकसान पहुंचा रहा है।”
राजीव प्रताप रूडी — “विपक्ष पहले बिहार चुनाव का विश्लेषण करे”
भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने विपक्ष को एसआईआर मुद्दे पर राजनीतिक भ्रम फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा —
“विपक्ष को बिहार चुनाव नतीजों का विश्लेषण करने की जरूरत है, ताकि समझ आए कि एसआईआर का मुद्दा कितना जरूरी था। यदि विपक्ष स्थिति का गंभीरता से मूल्यांकन नहीं करेगा तो भविष्य में भी यही हाल रहेगा।”
रूडी ने कहा कि विपक्ष को आने वाले चुनावों के लिए तैयारी करनी चाहिए और बिहार में एनडीए की सफलता से सीख लेनी चाहिए।
जदयू के संजय कुमार झा — “विपक्ष ने पिछले सत्र को भी एसआईआर के नाम पर बर्बाद किया”
जदयू सांसद संजय कुमार झा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में एसआईआर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और इसे लेकर विपक्ष का विरोध केवल राजनीतिक लाभ के लिए है।
उन्होंने कहा —
“एसआईआर प्रक्रिया के दौरान चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से संपर्क किया था। किसी दल ने मतदाता सूची से नाम काटने की शिकायत चुनाव आयोग को नहीं दी। किसी मतदाता ने भी शिकायत दर्ज नहीं कराई।”
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने एसआईआर के नाम पर यात्राएं निकालीं, लेकिन बिहार की जनता ने एनडीए को बहुमत दिया, जिससे स्पष्ट है कि लोगों ने विपक्ष की बातों पर विश्वास नहीं किया।
जगदंबिका पाल — “विपक्ष देश को गुमराह कर रहा है”
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा —
“बिहार चुनाव में जनादेश मिलने के बावजूद विपक्ष ने एसआईआर मुद्दे को बनाए रखा है। चुनाव आयोग के पास एक भी शिकायत नहीं पहुंची। अब विपक्ष सुनियोजित तरीके से संसद को नहीं चलने दे रहा है।”
निष्कर्ष
शीतकालीन सत्र की शुरुआत के साथ ही संसद में टकराव का माहौल बन गया है। एनडीए ने विपक्ष को हंगामा बंद कर रचनात्मक भूमिका निभाने की सलाह दी है, जबकि विपक्ष का कहना है कि एसआईआर जैसे मुद्दों पर चर्चा के बिना सदन नहीं चल सकता। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में सत्र सुचारू रूप से चल पाता है या नहीं।
TheTrendingPeople.com की राय में
संसद जनता के मुद्दे उठाने और समाधान पर चर्चा का मंच है। हंगामा और नारेबाजी न सरकार के हित में है और न जनता के। लोकतंत्र की मजबूती संवाद, बहस और सहमति के माध्यम से ही संभव है — और सभी दलों को इस जिम्मेदारी को समझने की आवश्यकता है।
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