संसद में कंगना रनौत का 'फायरब्रांड' अवतार—कहा, मोदी EVM नहीं, जनता का दिल हैक करते हैं"
नई दिल्ली, दिनांक: 10 दिसंबर 2025 — बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को लोकसभा में अपने पहले प्रमुख भाषणों में से एक के दौरान विपक्ष पर तीखा हमला बोला। चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान उन्होंने न केवल ईवीएम (EVM) विवाद पर विपक्ष को करारा जवाब दिया, बल्कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को भी अपने निशाने पर लिया। उनके आक्रामक तेवर और चुटीले अंदाज़ ने संसद के माहौल को गर्मा दिया।
EVM विवाद पर विपक्ष को दो टूक: "दिल हैक करते हैं मोदी"
विपक्ष द्वारा लगातार उठाए जा रहे ईवीएम में गड़बड़ी और चुनाव प्रक्रिया में धांधली के आरोपों का जवाब देते हुए कंगना ने एक ऐसा बयान दिया जो अब सुर्खियों में है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे का ज़िक्र करते हुए कहा:
"विपक्ष का आरोप है कि ईवीएम हैक होती है, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईवीएम हैक नहीं करते, बल्कि वे देश के करोड़ों लोगों के दिलों को हैक करते हैं।"
कंगना ने विपक्ष के उन तर्कों को खारिज कर दिया जिनमें मतपत्रों (Ballot Papers) की पुरानी व्यवस्था की वकालत की जा रही थी। उन्होंने कहा कि विपक्ष बार-बार पुराने ज़माने की दुहाई देता है, जबकि हकीकत यह है कि उस दौर में बूथ कैप्चरिंग और मतपेटियां लूटने जैसी घटनाएं आम थीं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "ये लोग बॉक्स उठाकर ले जाते थे, आज तकनीक ने पारदर्शिता दी है तो इन्हें परेशानी हो रही है।"
राहुल गांधी पर सीधा निशाना: "विदेशी महिला की फोटो का तमाशा"
कंगना ने अपने भाषण में राहुल गांधी के पिछले दिन के संबोधन का ज़िक्र करते हुए उन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा संसद में एक विदेशी महिला की तस्वीर दिखाए जाने के मामले को उठाया और इसे 'असंवेदनशील' बताया।
कंगना ने कहा:
- "कल राहुल गांधी जी जब बोल रहे थे, बार-बार वही 'खादी में धागा है, धागे से कपड़ा है' करते रहे। अंत में वह ले-देकर एक विदेशी महिला की फोटो पर आ गए।"
- "वह महिला खुद कई बार कह चुकी हैं कि वह कभी भारत नहीं गई हैं। उनकी तस्वीर का प्ले कार्ड में इस्तेमाल करना और उनके पर्सनालिटी राइट्स (Personality Rights) का ध्यान न रखना शर्मनाक है।"
कंगना ने इस घटना के लिए संसद की ओर से सांकेतिक माफी भी मांगी, जिसे विपक्ष ने नाटक करार दिया। उन्होंने विपक्ष के हंगामे पर भी तंज कसा और कहा कि "सदन में हर दिन 'सर, सर' का शोर सुनकर दिल दहल जाता है।"
'वन नेशन-वन इलेक्शन' की वकालत: "लोकतंत्र का उत्सव एक साथ मने"
चुनाव सुधारों पर बोलते हुए कंगना रनौत ने 'वन नेशन-वन इलेक्शन' (One Nation, One Election) का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने इसे देश के विकास के लिए अनिवार्य बताया।
उनके प्रमुख तर्क थे:
- आर्थिक बचत: बार-बार चुनाव कराने से देश के खजाने पर भारी बोझ पड़ता है। एक साथ चुनाव कराने से हजारों करोड़ रुपयों की बचत होगी।
- प्रशासनिक स्थिरता: बार-बार आचार संहिता लगने से विकास कार्य रुक जाते हैं। एक साथ चुनाव होने से सरकार को काम करने के लिए पूरे 5 साल मिलेंगे।
- लोकतंत्र का उत्सव: उन्होंने इसे लोकतंत्र का उत्सव बताते हुए अपील की कि इसे पूरे देश में एक साथ मनाया जाना चाहिए।
कांग्रेस पर 'मर्यादाहीन' होने का आरोप
अपने भाषण के अंत में कंगना ने कांग्रेस पार्टी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि पार्टी ने अपनी मर्यादा खो दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का एकमात्र एजेंडा समाज में "असंतोष फैलाना" है और वे रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने में विफल रहे हैं।
कंगना का यह भाषण सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। बीजेपी समर्थकों ने जहां उनकी बेबाकी की तारीफ की है, वहीं विपक्षी दलों ने इसे मुद्दों से भटकाने वाला 'स्क्रिप्टेड ड्रामा' बताया है।
TheTrendingPeople.com की राय में (Final Thoughts)
कंगना रनौत का यह भाषण साबित करता है कि वे संसद में केवल एक 'सेलिब्रिटी सांसद' बनकर नहीं रहना चाहतीं। "मोदी दिल हैक करते हैं" जैसा उनका बयान उनके राजनीतिक कौशल और जनता से जुड़ने की उनकी कला को दर्शाता है। हालांकि, राहुल गांधी पर उनका निजी हमला और विदेशी महिला की फोटो का मुद्दा उठाना यह भी बताता है कि आने वाले दिनों में संसद के भीतर और बाहर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग और तीखी होने वाली है। ईवीएम और 'वन नेशन-वन इलेक्शन' जैसे गंभीर मुद्दों पर उनकी राय बीजेपी के कोर एजेंडे को मजबूती से आगे बढ़ाती है।