Trisha Kar Madhu MMS Video: भोजपुरी अभिनेत्री फिर सुर्खियों में, काजल कुमारी फर्जी वीडियो मामले ने मचाया हंगामा
भोजपुरी सिनेमा जगत में एक बार फिर एमएमएस वीडियो विवाद ने हलचल मचा दी है।
इस बार चर्चा में हैं भोजपुरी इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री त्रिशाकर मधु (Trisha Kar Madhu) और 15 वर्षीय युवा गायिका एवं अभिनेत्री काजल कुमारी।
हाल ही में सोशल मीडिया पर काजल कुमारी का एक फर्जी वीडियो वायरल किया गया, जिसे लेकर हंगामा मच गया। हालांकि पुलिस ने जांच के बाद इस वीडियो को फेक बताया और मुख्य आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।
काजल कुमारी ने बताई सच्चाई
काजल कुमारी ने खुद सोशल मीडिया पर सामने आकर बताया कि वायरल किया गया वीडियो पूरी तरह फर्जी है और इसका मकसद उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करना था।
उन्होंने कहा —
“यह सब मेरी छवि को खराब करने के लिए किया गया है। मैं नाबालिग हूं और यह हरकत कानूनन अपराध है। जिन्होंने यह वीडियो फैलाया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि भोजपुरी इंडस्ट्री में महिला कलाकारों को बदनाम करने की साजिशें लगातार बढ़ रही हैं।
त्रिशाकर मधु: विवादों में घिरी अभिनेत्री
भोजपुरी फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री त्रिशाकर मधु भी पहले इसी तरह के विवाद का शिकार रह चुकी हैं।
करीब तीन साल पहले उनका एक प्राइवेट वीडियो इंटरनेट पर लीक हुआ था, जिसने पूरे भोजपुरी जगत को हिला दिया था।
उस समय भी यह चर्चा जोरों पर थी कि वीडियो जानबूझकर वायरल किया गया या गलती से लीक हुआ।
त्रिशा पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने यह सब पब्लिसिटी पाने के लिए खुद किया, लेकिन बाद में उन्होंने चुप्पी तोड़ते हुए सच्चाई बताई।
त्रिशाकर मधु ने कहा था...
वीडियो वायरल होने के बाद त्रिशाकर मधु ने भावुक होकर कहा था —
“कोई मूर्ख ही होगा जो अपनी मेहनत से बनाई पहचान को इस तरह की हरकत से खुद बर्बाद करेगा।
मैं जिस मानसिक तनाव से गुजरी हूं, वह शब्दों में नहीं बताया जा सकता।”
उन्होंने यह भी कहा था कि उनके खिलाफ इस तरह के षड्यंत्र उनके करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए रचे गए थे।
पवन सिंह के साथ नाम जुड़ने पर सफाई
एमएमएस विवाद के बाद त्रिशा का नाम भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह से भी जोड़ा गया था।
सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें फैलीं कि उन्होंने पवन सिंह से सहानुभूति पाने के लिए यह सब किया।
लेकिन अभिनेत्री ने इन अफवाहों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा —
“पवन सिंह बहुत मेहनती और अच्छे इंसान हैं।
अगर कोई उनसे हंसकर बात कर ले, तो लोग लिंकअप की खबरें बना देते हैं।
मेरे लिए वो इंडस्ट्री के सच्चे कलाकार हैं, और एमएमएस विवाद के तीन साल बाद मैंने उनके साथ काम किया।”
उनकी यह सफाई एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जब भोजपुरी इंडस्ट्री में फर्जी वीडियो विवाद दोबारा चर्चा में है।
सोशल मीडिया की भूमिका
इन घटनाओं ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग किस तरह किसी भी कलाकार की छवि को पलभर में खराब कर सकता है।
फेक वीडियो, एडिटेड क्लिप्स और गलत अफवाहें न केवल कलाकारों को मानसिक रूप से तोड़ देती हैं बल्कि उनके करियर पर भी असर डालती हैं।
फिल्म इंडस्ट्री के कई लोगों ने मांग की है कि इस तरह के मामलों में साइबर क्राइम टीमों को तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोषियों को उदाहरण बनाया जा सके।
त्रिशाकर मधु और काजल कुमारी दोनों ही घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि डिजिटल युग में गलत सूचना और फेक कंटेंट कितनी तेजी से नुकसान पहुंचा सकता है।
जहां काजल कुमारी ने साहसपूर्वक सच्चाई सामने रखी, वहीं त्रिशा कर मधु ने भी अपने कठिन अनुभवों से लोगों को आगाह किया कि ऐसी घटनाओं से कलाकारों का आत्मविश्वास टूट जाता है।
भोजपुरी इंडस्ट्री के लिए यह समय आत्ममंथन का है।
फेक कंटेंट और महिला कलाकारों के प्रति बढ़ते ट्रोल कल्चर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और सोशल मीडिया जिम्मेदारी बेहद जरूरी है।
त्रिशाकर मधु और काजल कुमारी की हिम्मत से यह संदेश गया है कि सत्य बोलने से डरना नहीं चाहिए, चाहे झूठ कितना भी वायरल क्यों न हो।