नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025 – इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट ने भारत के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर ली है। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेली जा रही इस टेस्ट श्रृंखला में रूट ने न सिर्फ अपना शानदार 38वां टेस्ट शतक जड़ा, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में कई दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए अब वह इस सूची में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। उनसे आगे अब सिर्फ भारतीय महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं।
रूट की ऐतिहासिक पारी
जो रूट ने इस मैच की पहली पारी में जबरदस्त संयम और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करते हुए 201 गेंदों में नाबाद 121 रन बनाए। उनके इस शतक ने न सिर्फ इंग्लैंड की स्थिति मजबूत की बल्कि उनके करियर में एक और बड़ा मील का पत्थर जोड़ दिया। यह रूट का 38वां टेस्ट शतक था, जिसके साथ ही उन्होंने कुमार संगकारा के बराबरी कर ली है और रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस तथा राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों को टेस्ट रनों के मामले में पीछे छोड़ दिया है।
टेस्ट इतिहास में दूसरे नंबर पर
रूट ने अब तक 157 टेस्ट मैचों की 286 पारियों में कुल 13,380 रन बना लिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने रिकी पोंटिंग (13,378), जैक कैलिस (13,289) और राहुल द्रविड़ (13,288) को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड अब भी सचिन तेंदुलकर के नाम है, जिन्होंने 200 टेस्ट मैचों की 329 पारियों में 15,921 रन बनाए थे।
ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में इंग्लैंड का दबदबा
भारत द्वारा पहली पारी में बनाए गए 358 रन के जवाब में इंग्लैंड ने तीसरे दिन चायकाल तक 4 विकेट पर 433 रन बनाकर 75 रनों की बढ़त हासिल कर ली है। जो रूट और कप्तान बेन स्टोक्स इस समय क्रीज पर हैं और दोनों के बीच 84 रन की साझेदारी हो चुकी है। रूट जहां 121 रन बनाकर नाबाद हैं, वहीं स्टोक्स 36 रन पर टिके हुए हैं।
रिकॉर्ड की दौड़ में रूट
टेस्ट क्रिकेट के आधुनिक युग में जहां टी20 और एकदिवसीय क्रिकेट का बोलबाला है, वहीं जो रूट जैसे खिलाड़ी यह दिखाते हैं कि टेस्ट क्रिकेट अब भी जीवित और प्रासंगिक है। रूट की निरंतरता, तकनीक और अनुशासन उन्हें मौजूदा दौर के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में शुमार करता है।
वर्तमान आंकड़ों और उनकी फिटनेस को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि रूट आने वाले वर्षों में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को भी चुनौती दे सकते हैं। यदि वे इसी लय में बल्लेबाजी करते रहे, तो टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड उनके नाम होना अब सिर्फ समय की बात लगती है।
The Trending People की राय
जो रूट की इस उपलब्धि ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि क्लासिक बल्लेबाजी और धैर्य का टेस्ट क्रिकेट में आज भी विशेष महत्व है। जहां एक ओर क्रिकेट का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, वहीं रूट जैसे खिलाड़ी इस खेल की आत्मा को जीवित रखे हुए हैं। उनके प्रदर्शन ने युवा खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल कायम की है और क्रिकेट प्रेमियों को एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट की शान का अनुभव कराया है।