राजस्थान में भारी बारिश: कोटा-बैराज के 12 गेट खुले, छोटी पुलिया पानी में डूबी; 2 जिले हाई अलर्ट पर
कोटा, 28 जुलाई। राजस्थान में चंबल नदी के कैचमेंट क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण इस सीजन में पहली बार कोटा-बैराज के गेट खोले गए हैं। कोटा में चंबल नदी के कैचमेंट क्षेत्र में जबरदस्त पानी की आवक हो रही है, जिसके चलते बांधों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जल संसाधन विभाग ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बैराज के 12 गेटों को खोलकर लगभग 3 लाख क्यूसेक पानी की निकासी शुरू कर दी है। इनमें 6 गेट 20-20 फीट और 6 गेट 25-25 फीट खोले गए हैं। यह कदम चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने और बाढ़ के जोखिम को कम करने के लिए उठाया गया है।
हाई अलर्ट पर प्रशासन: जलस्तर बढ़ा, आवागमन बाधित
कोटा बैराज का जलस्तर 854 फीट तक पहुंच गया था, जो सामान्य स्तर 853 फीट से अधिक था। इसके चलते प्रशासन ने तत्काल अलर्ट जारी किया है। चंबल नदी की छोटी पुलिया पानी में डूब गई है, जिससे स्थानीय आवागमन बाधित हो गया है और लोगों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना पड़ रहा है। नदी के किनारे बसी बस्तियों में पानी घुसने की आशंका को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है और निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
इस पानी की निकासी का सीधा असर नीचे की ओर बहने वाली चंबल नदी पर पड़ रहा है, जिसके कारण करौली और धौलपुर जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। इन जिलों के प्रशासन को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं, और बचाव दल को भी अलर्ट पर रखा गया है।
निष्कर्ष
कोटा-बैराज के गेट खोले जाने और करौली व धौलपुर जिलों में हाई अलर्ट घोषित होने से यह स्पष्ट है कि राजस्थान में भारी बारिश ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम बाढ़ के संभावित खतरे को कम करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें।