लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा शुरू: किरेन रीजीजू ने पाकिस्तान को चेताया, ट्रंप के दावे पर विपक्ष घेरेगा सरकार
नई दिल्ली: भारतीय संसद में सोमवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा शुरू हुई, जो देश की सुरक्षा और विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने इस चर्चा से पहले सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक 'पोस्ट' के जरिए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी, जबकि लोकसभा में विपक्ष अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
किरेन रीजीजू की पाकिस्तान को चेतावनी
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर लोकसभा में चर्चा शुरू होने के मद्देनजर पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने अपने 'एक्स' पोस्ट में कहा, "ऑपरेशन सिंदूर पर आज चर्चा शुरू हो रही है...जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की, तो लंका जल गई। जब पाकिस्तान ने भारत द्वारा खींची गई लाल रेखा पार की, तो उसके आतंकवादी शिविरों को आग का सामना करना पड़ा।" यह बयान पाकिस्तान को भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति किसी भी अतिक्रमण के गंभीर परिणामों के बारे में एक सीधा और सशक्त संदेश है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे चर्चा की शुरुआत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल और निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद में सोमवार को विशेष चर्चा शुरू करेंगे। यह चर्चा भारत की सैन्य रणनीति, सुरक्षा तैयारियों और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करेगी। उम्मीद है कि इस चर्चा के दौरान सरकार 'ऑपरेशन सिंदूर' के विभिन्न पहलुओं और उसके सफल परिणामों पर प्रकाश डालेगी।
विपक्ष का आक्रामक तेवर: ट्रंप के दावे पर सरकार को घेरने की तैयारी
ऐसी संभावना है कि लोकसभा में आक्रामक तेवर दिखा रहा विपक्ष अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच "परमाणु युद्ध को टालने के लिए" मध्यस्थता की और उन्हें "संघर्षविराम" पर राजी किया।
यह मुद्दा पहले भी राजनीतिक गलियारों में गरमा चुका है, क्योंकि भारत ने लगातार यह स्पष्ट किया है कि उसने किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया है। भारत का रुख यह रहा है कि पाकिस्तान को निशाना बनाकर की जा रही गोलीबारी और सैन्य गतिविधि इस्लामाबाद के कहने पर तथा भारत एवं पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच "सीधी बातचीत" के बाद रोकी गई थी। विपक्ष इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में स्पष्ट जवाब की मांग कर रहा है, जैसा कि कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी अपने हालिया बयान में कहा था
लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर यह चर्चा भारत की सुरक्षा चुनौतियों और विदेश नीति के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करेगी। किरेन रीजीजू का बयान भारत के दृढ़ रुख को दर्शाता है, जबकि डोनाल्ड ट्रंप के दावों पर विपक्ष की घेराबंदी सरकार के लिए एक चुनौती पेश कर सकती है। यह देखना बाकी है कि संसद में इस संवेदनशील मुद्दे पर क्या चर्चा होती है और सरकार इस पर क्या स्पष्टीकरण देती है।