मई 2025 में UPI ट्रांजैक्शन ने बनाए नए रिकॉर्ड, 25.14 लाख करोड़ रुपए की लेनदेन वैल्यू दर्ज
नई दिल्ली, 2 जून 2025 (दि ट्रेंडिंग पीपल डॉट कॉम): भारत के डिजिटल भुगतान प्रणाली की रीढ़ बन चुके यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने मई 2025 में नया रिकॉर्ड बनाया है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने UPI से कुल 18.68 अरब ट्रांजैक्शन किए गए जिनकी कुल वैल्यू 25.14 लाख करोड़ रुपए रही। यह अप्रैल 2025 की तुलना में संख्या में 4% और वैल्यू में 5% की वृद्धि दर्शाता है।
महत्वपूर्ण आँकड़े – मई 2025 बनाम अप्रैल 2025
संकेतक | मई 2025 | अप्रैल 2025 | वृद्धि |
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कुल UPI ट्रांजैक्शन | 18.68 अरब | 17.89 अरब | 4% |
कुल ट्रांजैक्शन वैल्यू | ₹25.14 लाख करोड़ | ₹23.95 लाख करोड़ | 5% |
औसत दैनिक ट्रांजैक्शन | 60.2 करोड़ | 59.6 करोड़ | – |
औसत दैनिक वैल्यू | ₹81,106 करोड़ | ₹79,831 करोड़ | – |
साल-दर-साल तुलना: 33% बढ़े ट्रांजैक्शन, 23% बढ़ी वैल्यू
पिछले साल मई 2024 में जहां 14.03 अरब UPI ट्रांजैक्शन हुए थे, वहीं मई 2025 में यह संख्या 33% बढ़कर 18.68 अरब हो गई है। वहीं, ट्रांजैक्शन वैल्यू 23% बढ़कर 25.14 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई, जो पिछले साल मई में 20.45 लाख करोड़ रुपए थी।
वैश्विक मंच पर भारत की UPI की पहचान
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 185.8 अरब UPI ट्रांजैक्शन हुए, जो कि सालाना आधार पर 41% की वृद्धि है। इस दौरान कुल ट्रांजैक्शन वैल्यू ₹261 लाख करोड़ रही, जबकि पिछले साल यह ₹200 लाख करोड़ थी।
RBI ने कहा कि भारत अब वैश्विक रियल-टाइम पेमेंट बाजार में 48.5% हिस्सेदारी के साथ अग्रणी देश बन चुका है।
20 देशों में UPI के विस्तार की योजना
RBI ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वह 2028-29 तक UPI को 20 देशों में विस्तार देने के लिए प्रतिबद्ध है। फिलहाल भूटान, फ्रांस, मॉरीशस, नेपाल, सिंगापुर, श्रीलंका और यूएई में QR कोड आधारित UPI भुगतान की सुविधा उपलब्ध है।
अन्य डिजिटल पेमेंट मोड्स का प्रदर्शन
IMPS (इमीडिएट पेमेंट सर्विस):
- मई में ट्रांजैक्शन: 46.4 करोड़ (3% )
- ट्रांजैक्शन वैल्यू: ₹6.41 लाख करोड़ (3% )
FASTag:
- लेनदेन संख्या: 40.4 करोड़ (5% )
- वैल्यू: ₹7,087 करोड़ (4% )
AePS (आधार आधारित भुगतान प्रणाली):
- ट्रांजैक्शन: 10.5 करोड़ (11% )
- वैल्यू: ₹28,703 करोड़ (8% )
फ्रॉड के मामलों में आई गिरावट, लेकिन राशि तीन गुना बढ़ी
RBI की रिपोर्ट में बताया गया कि जहां धोखाधड़ी की घटनाओं की संख्या में गिरावट आई है, वहीं फ्रॉड की राशि तीन गुना बढ़कर ₹36,014 करोड़ हो गई है। इसका कारण उभरते हुए नए धोखाधड़ी के तरीके हैं।
UPI: भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था की धड़कन
UPI की बढ़ती लोकप्रियता और इसका उपयोग भारत को डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में अग्रणी बना रहा है। वित्त वर्ष 2024-25 में डिजिटल पेमेंट में UPI की भागीदारी 83.7% तक पहुंच गई, जो पिछले साल 79.7% थी।
UPI न केवल आम लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, बल्कि यह भारत के वैश्विक वित्तीय नेतृत्व को भी मजबूत कर रहा है।
मई 2025 का महीना भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए ऐतिहासिक रहा। UPI की बदौलत देश में नकद रहित लेनदेन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। सरकार और RBI की नीतियों के साथ-साथ नागरिकों की भागीदारी ने भारत को "डिजिटल इंडिया" की दिशा में एक सशक्त कदम आगे बढ़ाया है।