UPI Transaction Charges 2024: 15 अगस्त से बदले नियम, अब IMPS से पैसे भेजना होगा महंगा – SBI, PNB और Canara Bank का बड़ा फैसला
नई दिल्ली – अगर आप भी UPI और IMPS के जरिए ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। देश के तीन बड़े बैंक – भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और केनरा बैंक (Canara Bank) – ने तत्काल भुगतान सेवा (Immediate Payment Service – IMPS) के नियमों में बदलाव कर दिया है। नए शुल्क 15 अगस्त 2024 से लागू होंगे।
इन बैंकों ने तय किया है कि अब रीयल-टाइम फंड ट्रांसफर पर ट्रांजेक्शन की राशि के हिसाब से शुल्क लगेगा। हालांकि, सैलरी अकाउंट और बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट (BSBDA) धारकों को राहत दी जाएगी।
SBI के नए IMPS चार्जेस
SBI ने अपनी वेबसाइट पर अपडेट किया है कि नए चार्जेस राशि के आधार पर अलग-अलग होंगे।
- ₹1,000 तक: कोई शुल्क नहीं
- ₹1,001 – ₹10,000: ₹2 शुल्क
- ₹10,001 – ₹1 लाख: ₹5 शुल्क
- ₹1 लाख – ₹2 लाख: ₹10 शुल्क
- ₹2 लाख – ₹5 लाख: ₹20 शुल्क
ये शुल्क ऑनलाइन और शाखा के माध्यम से किए गए लेनदेन, दोनों पर लागू होंगे। बैंक का कहना है कि यह कदम डिजिटल ट्रांजेक्शन को पारदर्शी बनाने और ऑपरेशनल कॉस्ट को कवर करने के लिए जरूरी है।
PNB के नए नियम
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी IMPS शुल्क में बदलाव किया है।
- ₹1,000 तक: कोई शुल्क नहीं
- ₹1,001 – ₹25,000: ₹4 शुल्क
- ₹25,001 – ₹5 लाख: ₹8 शुल्क
PNB ने भी सैलरी अकाउंट और BSBDA ग्राहकों को इन शुल्कों से छूट दी है।
Canara Bank के IMPS चार्जेस
केनरा बैंक ने भी अपने ग्राहकों के लिए शुल्क संशोधित किए हैं।
- ₹1,000 तक: कोई शुल्क नहीं
- ₹1,001 – ₹1 लाख: ₹3 से ₹8 तक शुल्क
- ₹1 लाख – ₹5 लाख: ₹15 शुल्क
यहां भी सैलरी अकाउंट धारकों और BSBDA अकाउंट ग्राहकों को शुल्क में छूट मिलेगी।
क्यों बढ़े हैं IMPS Transaction Charges?
बैंकिंग विशेषज्ञों के अनुसार, डिजिटल लेनदेन को बनाए रखने और तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने में बैंकों को भारी लागत आती है।
- सर्वर मेंटेनेंस
- साइबर सिक्योरिटी
- रीयल-टाइम प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी
इन सबकी लागत को कवर करने के लिए शुल्क बढ़ाना बैंकों के लिए आवश्यक हो गया है।
किसे होगी राहत, किस पर पड़ेगा असर
-
राहत:
- ₹1,000 तक के ट्रांजेक्शन करने वाले ग्राहक
- सैलरी अकाउंट और BSBDA अकाउंट धारक
-
असर:
- बड़े ट्रांजेक्शन करने वाले बिजनेस यूजर्स
- मध्यम और उच्च राशि के व्यक्तिगत लेनदेन करने वाले ग्राहक
क्या UPI पर भी लगेगा चार्ज?
फिलहाल UPI पेमेंट्स पर कोई शुल्क नहीं है, लेकिन IMPS जैसे हाई-वैल्यू ट्रांसफर पर चार्ज लगने से कई लोग बड़े लेनदेन के लिए NEFT या RTGS का विकल्प चुन सकते हैं।
ग्राहकों के लिए सुझाव
- ₹1,000 से कम के लेनदेन को IMPS से करने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
- बड़े लेनदेन के लिए NEFT/RTGS का इस्तेमाल करना बेहतर हो सकता है।
- ट्रांजेक्शन से पहले बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर नए चार्जेस की लिस्ट जरूर चेक करें।
Final Thoughts
15 अगस्त से लागू होने वाले ये बदलाव डिजिटल बैंकिंग के पारदर्शी संचालन और बैंकों की लागत संतुलन की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। हालांकि, यह आम ग्राहकों पर सीधा असर डालेगा, खासकर उन पर जो बार-बार बड़े IMPS ट्रांजेक्शन करते हैं। छोटे लेनदेन वालों के लिए राहत है, लेकिन बिजनेस यूजर्स और हाई-वैल्यू ट्रांसफर करने वालों को अपनी बैंकिंग स्ट्रैटेजी बदलनी पड़ सकती है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या UPI जैसे अन्य डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर भी इसी तरह के शुल्क लागू किए जाते हैं या नहीं।