तेलंगाना में फोन टैपिंग का आरोप: BRS ने सीएम रेवंत रेड्डी पर लगाए गंभीर आरोप(source : The Hindu) ( Photo Credit :Special Arrangement via The Hindu)
हैदराबाद, 23 जुलाई: भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि वे राज्य के 118 विधायकों, 40 विधान परिषद सदस्यों, 23 सांसदों और विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध हस्तियों के फोन हैकर्स की मदद से टैप करवा रहे हैं।
BRS नेताओं का आरोप:
शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में BRS विधायकों पडी कौशिक रेड्डी और डॉ. के. संजय ने कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने स्वयं नई दिल्ली में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में यह कहा कि पुलिस अधिकारी फोन टैपिंग करते हैं। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि बतौर मुख्यमंत्री, यह जानना जरूरी है कि राज्य में क्या चल रहा है, इसलिए फोन टैपिंग करवाई जा रही है।
BRS नेताओं ने आरोप लगाया कि मिस वर्ल्ड पेजेंट में भाग लेने आए प्रतिभागियों के फोन भी टैप किए गए। यह घटना न केवल गोपनीयता का उल्लंघन है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली भी है।
CBI और ED जांच की मांग:
BRS ने इस कथित फोन टैपिंग मामले की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी किस आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR), के. टी. रामाराव (KTR) और टी. हरीश राव पर फोन टैपिंग के आरोप लगा रहे हैं, जबकि इन नेताओं के खिलाफ कभी भी ऐसा कोई आरोप साबित नहीं हुआ।
व्यक्तिगत शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं:
विधायक कौशिक रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने 5 दिसंबर 2023 को पुलिस को शिकायत दी थी कि उनके और उनकी पत्नी के फोन अवैध रूप से टैप किए जा रहे हैं, लेकिन आज तक इस पर कोई FIR दर्ज नहीं की गई है।
राजनीतिक टकराव और गोपनीयता पर बहस:
तेलंगाना की राजनीति में यह मुद्दा एक बार फिर गोपनीयता, संवैधानिक अधिकारों और सत्ता का दुरुपयोग जैसे सवालों को जन्म दे रहा है। अगर यह आरोप सही साबित होते हैं, तो यह न केवल कानून का उल्लंघन होगा, बल्कि लोकतंत्र की बुनियाद को भी झकझोर सकता है।
सरकार की ओर से अब तक चुप्पी:
सरकार की ओर से फिलहाल इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन BRS ने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई तो वे राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे।
क्या तेलंगाना की राजनीति में यह मामला नया भूचाल लाएगा? आने वाले दिनों में BRS और कांग्रेस के बीच टकराव और तेज़ होने की संभावना है।