अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: विशाखापत्तनम से न्यूयॉर्क तक योग का उत्सव
नई दिल्ली/विशाखापत्तनम | 21 जून 2025 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 को आज पूरी दुनिया में धूमधाम और समर्पण के साथ मनाया गया। भारत में इसका मुख्य कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के तटीय शहर विशाखापत्तनम में आयोजित हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण शामिल हुए। इस बार योग दिवस की थीम थी – “Yoga for One Earth, One Health”।
पीएम मोदी का संदेश: "योग मानवता का साझा उत्तर है"
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में कहा,
“योग सीमाओं, उम्र या पृष्ठभूमि से परे जाकर लोगों को जोड़ता है। यह न सिर्फ शरीर और मन की एकता है, बल्कि मानवता की एकजुटता का प्रतीक भी है।”
- उन्होंने याद दिलाया कि 2014 में जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तब 175 देशों ने इसका समर्थन किया था।
- पीएम ने योग को ‘मानवता के लिए योग 2.0’ करार दिया और आह्वान किया कि आंतरिक शांति को वैश्विक नीति बनाया जाना चाहिए।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों पर योग सत्र
इस योग दिवस पर भारत सरकार ने 100 ऐतिहासिक और 50 सांस्कृतिक स्थलों पर विशेष योग कार्यक्रम आयोजित किए। इनमें प्रमुख स्थलों के नाम:
- सांची स्तूप (मध्य प्रदेश)
- कोणार्क सूर्य मंदिर (ओडिशा)
- रानी की वाव और धोलावीरा (गुजरात)
- एलीफेंटा गुफाएं (महाराष्ट्र)
- वृहदेश्वर मंदिर (तमिलनाडु)
- चराईदेव मोइदम (असम)
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भारतीय सेना के जवानों के साथ योग किया।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में योग सत्र में भाग लिया।
सुप्रीम कोर्ट और आयुर्वेद संस्थान में भी योग
दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट परिसर में भी योग सत्र का आयोजन हुआ, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) ने किया।
- न्यायमूर्तियों, डॉक्टरों, छात्रों और आम नागरिकों ने एक साथ योगाभ्यास किया।
- AIIA परिसर में 2,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी योग दिवस की गूंज
योग दिवस का उत्सव सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहा। दुनिया के कई देशों में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम हुए।
- न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में भारतीय दूतावास और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से एक भव्य योग कार्यक्रम हुआ, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
- कुल मिलाकर, 175 से अधिक देशों के 12 लाख से अधिक स्थानों पर करीब 10 करोड़ लोगों ने योग दिवस कार्यक्रमों में भाग लिया।
चंद्रबाबू नायडू ने की पीएम मोदी की सराहना
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा:
“प्रधानमंत्री मोदी ने योग को सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाया है। आज यह एक वैश्विक कल्याण आंदोलन बन चुका है।”
उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी कहा कि योग केवल कसरत नहीं, बल्कि मानव जीवन को दिशा देने वाली आध्यात्मिक प्रक्रिया है।
यह खबर क्यों मायने रखती है?
- योग अब भारत की सीमाओं से निकलकर एक वैश्विक सांस्कृतिक विरासत बन गया है।
- स्वास्थ्य, मानसिक संतुलन और वैश्विक जुड़ाव के क्षेत्र में योग की भूमिका तेजी से बढ़ रही है।
- यह कार्यक्रम भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है।
- इस बार 10 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी ने इसे इतिहास का सबसे बड़ा योग आयोजन बना दिया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 भारत की सांस्कृतिक शक्ति और स्वस्थ जीवनशैली की वैश्विक स्वीकृति का प्रतीक बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह दिन न केवल एक अनुष्ठान, बल्कि विश्व शांति और स्वास्थ्य की दिशा में सामूहिक प्रयास का संदेश लेकर आया है।