भारत के चाय निर्यात में वृद्धि, 12 लाख लोगों को रोजगार, 58% महिलाएं
नई दिल्ली, 26 जून – भारत का चाय उद्योग देश की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, खासकर रोजगार सृजन और निर्यात के क्षेत्र में। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को बताया कि संगठित क्षेत्र में भारतीय चाय उद्योग लगभग 12 लाख कर्मचारियों को रोजगार प्रदान करता है, और उनमें से लगभग 58 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह आंकड़ा चाय उद्योग में महिला सशक्तिकरण के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया, "महिलाएं भारत के चाय क्षेत्र के विकास का नेतृत्व कर रही हैं। हमारा देश अपनी सुगंधित चाय और लगातार निर्यात वृद्धि के साथ वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है।" यह टिप्पणी भारत की चाय की गुणवत्ता और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उसकी बढ़ती स्वीकृति को रेखांकित करती है।
चाय निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि
डीजीसीआईएस (DGCI&S - Directorate General of Commercial Intelligence and Statistics) डेटा के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में, निर्यात की गई चाय की कुल मात्रा 263 मिलियन किलोग्राम थी, जबकि कुल मूल्य 7,818 करोड़ रुपए था। यह आंकड़े भारतीय चाय की मजबूत वैश्विक मांग को दर्शाते हैं।
वाणिज्य मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चला है कि चाय की खेप 0.83 बिलियन डॉलर से 10.8 प्रतिशत बढ़कर 0.92 बिलियन डॉलर हो गई है। यह वृद्धि भारतीय चाय उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
भारतीय चाय बोर्ड द्वारा संकलित हालिया आंकड़ों के अनुसार, 2024 में, भू-राजनीतिक तनावों से प्रेरित वैश्विक बाजार में अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत का चाय निर्यात 255 मिलियन किलोग्राम पर 10 साल के उच्चतम स्तर को छू गया। यह उपलब्धि भारतीय चाय उद्योग के लचीलेपन और प्रतिकूल परिस्थितियों में भी प्रदर्शन करने की क्षमता को दर्शाती है।
प्रमुख निर्यात बाजार और वैश्विक स्थिति
भारत 25 से अधिक देशों को चाय निर्यात करता है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), इराक, ईरान, रूस, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम (यूके) इसके प्रमुख बाजार हैं। इन बाजारों में भारतीय चाय की बढ़ती पैठ देश के निर्यात बास्केट के विविधीकरण में सहायक है।
भारत दुनिया के शीर्ष पांच चाय निर्यातकों में से एक है, जो कुल विश्व निर्यात का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा है। यह वैश्विक चाय बाजार में भारत की महत्वपूर्ण स्थिति को दर्शाता है।
भारत से निर्यात की जाने वाली अधिकांश चाय ब्लैक टी (काली चाय) है, जो कुल निर्यात का लगभग 96 प्रतिशत हिस्सा बनाती है। अन्य किस्मों में रेगुलर टी, ग्रीन टी, हर्बल टी, मसाला टी और लेमन टी शामिल हैं, जिनकी मांग भी धीरे-धीरे बढ़ रही है।
उत्पादन को बढ़ावा देने और कल्याण के कदम
देश ने चाय उत्पादन को बढ़ावा देने, भारतीय चाय के लिए एक विशिष्ट ब्रांड बनाने और चाय उद्योग से जुड़े परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। ये पहलें न केवल उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देंगी, बल्कि चाय बागानों में काम करने वाले लाखों लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार लाएंगी।
भारत के प्रमुख चाय उत्पादक क्षेत्र:
- असम: असम घाटी और कछार असम के दो प्रमुख चाय उत्पादक क्षेत्र हैं, जो अपनी मजबूत और सुगंधित काली चाय के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।
- पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में दोआर्स, तराई और दार्जिलिंग तीन प्रमुख चाय उत्पादक क्षेत्र हैं। दार्जिलिंग चाय अपनी अनूठी सुगंध और 'शैम्पेन ऑफ टी' के रूप में जानी जाती है।
- दक्षिणी भारत: भारत का दक्षिणी भाग देश के कुल उत्पादन का लगभग 17 प्रतिशत उत्पादन करता है, जिसमें प्रमुख उत्पादक राज्य तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक हैं। ये क्षेत्र अपनी नीलगिरी चाय के लिए प्रसिद्ध हैं।
वर्तमान में, आपूर्ति श्रृंखला में लगभग 2.30 लाख छोटे चाय उत्पादक मौजूद हैं, जो इस उद्योग की रीढ़ हैं। सरकार और उद्योग के संयुक्त प्रयासों से, भारतीय चाय उद्योग भविष्य में भी विकास और वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार है।