फाजिल्का सरकारी स्कूल में छुट्टियों में स्टाफ अनुपस्थित, स्कूल में लगा ताला; जिला शिक्षा अधिकारी ने जारी किया नोटिस
फाजिल्का, – पंजाब के फाजिल्का जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां गर्मी की छुट्टियों के दौरान एक सरकारी स्कूल में की गई औचक चैकिंग में स्कूल का नॉन-टीचिंग स्टाफ अनुपस्थित पाया गया, और स्कूल पूरी तरह से बंद मिला। इस गंभीर चूक पर फाजिल्का के जिला शिक्षा अधिकारी ने सख्त संज्ञान लेते हुए संबंधित स्टाफ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
घटना का विवरण
यह घटना फाजिल्का के गांव बेरीवाला स्थित शहीद मलकीत सिंह (लाभ वाला) सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से संबंधित है। आमतौर पर जून माह में स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां होती हैं, लेकिन प्रशासनिक कार्यों और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए नॉन-टीचिंग स्टाफ (गैर-शिक्षण कर्मचारी) को स्कूल में उपस्थित रहना अनिवार्य होता है। विभाग द्वारा जारी स्पष्ट निर्देशों के बावजूद, यह स्कूल पूरी तरह से ताला लगा हुआ मिला, जिससे विभागीय आदेशों की अवहेलना स्पष्ट रूप से सामने आई।
जिला शिक्षा अधिकारी की औचक जाँच
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे फाजिल्का के जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूल में अचानक चैकिंग की गई। जांच के दौरान, अधिकारी ने पाया कि स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला लगा हुआ था और परिसर के भीतर कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। यह स्थिति शिक्षा विभाग के नियमों और निर्देशों का सीधा उल्लंघन है, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि छुट्टियों के दौरान भी स्कूल के प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से चलते रहें।
विभाग की सख्त कार्रवाई
इस गंभीर घटना के बाद, जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल और सख्त नोटिस लेते हुए कार्रवाई की। जारी पत्र में कहा गया है कि चैकिंग के दौरान स्कूल में ताला लगा होने और कर्मचारियों के गैर-हाजिर होने की रिपोर्ट तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी को दी गई। इसके बाद, अनुपस्थित स्टाफ को जिला शिक्षा अधिकारी फाजिल्का के दफ्तर में व्यक्तिगत रूप से पेश होकर इस लापरवाही के संबंध में स्पष्टीकरण देने के आदेश जारी किए गए हैं।
पत्र में स्पष्ट चेतावनी भी दी गई है कि यदि संबंधित स्टाफ निर्धारित समय पर अपना पक्ष प्रस्तुत नहीं करता है, तो उनके खिलाफ एकतरफा विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, यह भी स्पष्ट किया गया है कि ऐसी किसी भी कार्रवाई की पूरी जिम्मेदारी संबंधित कर्मचारियों की ही होगी। यह सख्त कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि विभागीय आदेशों का पालन गंभीरता से किया जाए और भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
नियम और विभागीय आदेश
शिक्षा विभाग के दिशानिर्देशों के अनुसार, गर्मी की छुट्टियों के दौरान भी सरकारी स्कूलों के नॉन-टीचिंग स्टाफ को अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होती है। इन कर्मचारियों की जिम्मेदारी होती है कि वे स्कूल के रिकॉर्ड, रखरखाव, आगामी सत्र की तैयारियों और अन्य प्रशासनिक कार्यों को सुनिश्चित करें। स्कूल को पूरी तरह से बंद रखना और स्टाफ का अनुपस्थित रहना, न केवल विभागीय आदेशों की अवहेलना है, बल्कि यह स्कूल के सुचारु संचालन और छात्रों के भविष्य से जुड़े कार्यों में भी बाधा उत्पन्न कर सकता है। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी संस्थानों में कर्मचारियों की जवाबदेही और उपस्थिति के महत्व को रेखांकित किया है।