ऑटो बिक्री Q1 FY26: टाटा मोटर्स की बिक्री में गिरावट, महिंद्रा ने दर्ज की मजबूत वृद्धि
नई दिल्ली: भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर में वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के बिक्री आंकड़े मिश्रित संकेत दे रहे हैं। जहां एक ओर दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स ने बिक्री में गिरावट दर्ज की है, वहीं दूसरी ओर महिंद्रा एंड महिंद्रा ने मजबूत प्रदर्शन करते हुए वृद्धि दर्ज की है। यह रुझान भारतीय ऑटो बाजार की जटिलताओं और विभिन्न सेगमेंट में अलग-अलग उपभोक्ता व्यवहार को दर्शाता है।
टाटा मोटर्स का Q1 FY26 प्रदर्शन: बिक्री में गिरावट
टाटा मोटर्स ने मंगलवार को वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के बिक्री आंकड़े जारी किए, जो कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री घटकर 2,10,415 यूनिट्स हो गई है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 25 की समान अवधि में बेची गई 2,29,891 यूनिट्स के मुकाबले 8.3 प्रतिशत कम है।
कंपनी के वाणिज्यिक और यात्री वाहन दोनों ही सेगमेंट की वॉल्यूम में गिरावट देखी गई। समीक्षा अवधि में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 85,606 यूनिट्स रही, जो साल-दर-साल आधार पर 6 प्रतिशत कम है। वहीं, यात्री वाहनों की बिक्री में 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जो 1,24,809 यूनिट्स रही। इसके अतिरिक्त, जून 2025 में टाटा मोटर्स की घरेलू बिक्री भी जून 2024 की तुलना में 12 प्रतिशत कम रही, जो मासिक आधार पर भी दबाव को दर्शाता है।
हालांकि, इस निराशाजनक परिदृश्य के बीच, कंपनी का अंतरराष्ट्रीय कारोबार अच्छा रहा है। वाणिज्यिक वाहन सेगमेंट में अंतरराष्ट्रीय कारोबार में जोरदार वृद्धि हुई, जिसमें बिक्री में 68 प्रतिशत का प्रभावशाली इजाफा हुआ है। यह कंपनी के वैश्विक बाजारों में बढ़ती पहुंच और स्वीकृति को दर्शाता है।
टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक गिरीश वाघ ने कंपनी के वाणिज्यिक वाहन कारोबार के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पहली तिमाही की शुरुआत, खासकर भारी और छोटे वाणिज्यिक वाहन सेगमेंट में, धीमी रही। हालांकि, उन्होंने जून से कुछ सुधार होने की बात कही और अनुकूल मानसून पूर्वानुमान, अपेक्षित दरों में कटौती और बढ़ते बुनियादी ढांचे के विकास के कारण आशावादी बने हुए हैं।
यात्री वाहन सेगमेंट में, टाटा मोटर्स के एमडी शैलेश चंद्रा ने उम्मीद जताई कि इंडस्ट्री के सुस्त आउटलुक के बावजूद, अपने नए लॉन्च और विस्तारित ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) पोर्टफोलियो के माध्यम से कंपनी की बिक्री को गति मिलेगी। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में टाटा मोटर्स ने 1,24,809 यात्री वाहन बेचे हैं, जिनमें 16,231 इलेक्ट्रिक वाहन शामिल हैं, जो ईवी सेगमेंट में कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा का मजबूत प्रदर्शन
एक अन्य प्रमुख भारतीय कार निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने जून 2025 में मजबूत प्रदर्शन किया है। कंपनी ने महीने के दौरान निर्यात सहित कुल 78,969 वाहन बेचे, जो जून 2024 की तुलना में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि महिंद्रा के उत्पादों की बढ़ती मांग और बाजार में उनकी मजबूत पकड़ को रेखांकित करती है।
अकेले एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) खंड में, महिंद्रा ने घरेलू बाजार में 47,306 यूनिट्स बेचीं, जो सालाना आधार पर 18 प्रतिशत अधिक है। एसयूवी सेगमेंट में यह मजबूत वृद्धि कंपनी के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि यह बाजार में सबसे तेजी से बढ़ते सेगमेंट में से एक है। अप्रैल-जून की अवधि के दौरान महिंद्रा के निर्यात में भी 36 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपनी की बढ़ती उपस्थिति को दर्शाता है।
महिंद्रा के ऑटोमोटिव डिवीजन के सीईओ नलिनीकांत गोलागुंटा ने कंपनी के प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि ग्राहकों को मूल्य प्रदान करने पर कंपनी के फोकस ने इसकी मजबूत वृद्धि को बढ़ावा दिया है। उन्होंने आने वाली तिमाहियों के बारे में भी विश्वास व्यक्त किया, जो कंपनी के भविष्य के दृष्टिकोण के प्रति उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है।
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के बिक्री आंकड़े भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में एक मिश्रित तस्वीर पेश करते हैं। जहां टाटा मोटर्स को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा ने मजबूत वृद्धि दर्ज की है। यह दर्शाता है कि बाजार में प्रतिस्पर्धा तीव्र है और कंपनियों को बदलते उपभोक्ता रुझानों और आर्थिक परिस्थितियों के प्रति अनुकूलनशील रहना होगा। आगामी तिमाहियों में मानसून, ब्याज दरों और नए उत्पाद लॉन्च का कंपनियों के प्रदर्शन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।