पुणे ब्रिज हादसा: इंद्रायणी नदी में गिरा पुल, 2 की मौत, कई लापता; NDRF कर रही रेस्क्यू ऑपरेशन
पुणे: पुणे जिले के मावल क्षेत्र में रविवार को इंद्रायणी नदी (Indrayani River Pune) पर बना एक पुल (Pune Bridge) अचानक गिर गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई और कई पर्यटक अब भी लापता बताए जा रहे हैं। हादसे के वक्त पुल पर भारी संख्या में लोग मौजूद थे, जो नदी में गिर पड़े। कुछ को तेज बहाव बहा ले गया।
यह हादसा रविवार दोपहर को कुंडमाला (Kundmala) क्षेत्र में हुआ, जो मानसून के मौसम में एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। बताया जा रहा है कि पुल गिरने के समय लगभग 40 से अधिक लोग वहां मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक, राहत कार्य तेज़
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना पर दुख व्यक्त किया और बताया कि हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि 32 लोग घायल हुए हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा,
“कुछ लोग बह गए हैं, जिनकी तलाश युद्ध स्तर पर की जा रही है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है और राहत कार्य तेज़ी से जारी है।”
NDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन का संयुक्त ऑपरेशन
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), पुणे पुलिस और दमकल विभाग की टीमें मौके पर मौजूद हैं। अभी तक छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। बाकी लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन नदी के किनारे और आस-पास के क्षेत्रों में जारी है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में नावों और ड्रोन की मदद ली जा रही है ताकि नदी में फंसे लोगों की स्थिति का पता लगाया जा सके।
भारी बारिश बनी हादसे की वजह?
पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पुणे में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, खासकर घाट क्षेत्रों के लिए। इसी वजह से इंद्रायणी नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ गया था।
स्थानीय निवासियों ने दावा किया है कि इस पुल की मरम्मत 4-5 साल पहले की गई थी, लेकिन फिर भी इसकी संरचनात्मक मजबूती पर सवाल उठते रहे थे। कई लोगों ने पहले भी पुल की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को चेताया था।
हादसे के बाद इलाके में डर का माहौल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही पुल गिरा, एक तेज़ धमाका हुआ और लोग चीखते-चिल्लाते नदी में गिर पड़े। इसके बाद नदी में बहाव इतना तेज़ था कि कुछ लोग तुरंत बह गए। पुलिस ने आसपास के इलाकों को खाली करा लिया है और नदी के दोनों किनारों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
स्थानीय लोगों की नाराज़गी
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में नाराज़गी है। एक निवासी ने बताया,
“हमने पहले भी पुल की स्थिति को लेकर प्रशासन को चेताया था, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। आज इसकी कीमत कई परिवारों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।”