नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने यहां तीन केंद्रीय मंत्रियों से शुक्रवार को मुलाकात की और राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा पहल, रक्षा विनिर्माण केंद्र प्रस्ताव एवं एक प्रमुख जल हस्तांतरण परियोजना के लिए केंद्र का समर्थन मांगा।
नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का अभिन्न हिस्सा है।
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी के साथ अपनी बैठक में नायडू ने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के छतों पर लगने वाले (रूफटॉप) सौर संयंत्रों की क्षमता के आवंटन का अनुरोध किया और जनवरी में सरकारी बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के प्रस्तावों को शीघ्र मंजूरी देने का आग्रह किया।
नायडू ने जोशी के साथ मुलाकात के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बैठक सार्थक रही… केंद्र के सहयोग से हम ऊर्जा लागत कम करेंगे, अपने लोगों को सशक्त बनाएंगे और भारत के स्वच्छ ऊर्जा संचरण की अगुवाई करेंगे।’’
आधिकारिक बयान के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक अलग बैठक में नायडू ने आंध्र प्रदेश को रक्षा विनिर्माण एवं एयरोस्पेस नवाचार के लिए राष्ट्रीय केंद्र बनाने के लिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
इसमें कहा गया, इनमें एकीकृत रक्षा सुविधाओं का विकास, महत्वपूर्ण विनिर्माण इकाइयों का पुनरुद्धार, स्वदेशी विमानन कार्यक्रमों के लिए समर्थन, परीक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना तथा विषयगत रक्षा केंद्रों का निर्माण शामिल है।
मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री के साथ मुलाकात के बाद ‘एक्स’ पर लिखा, “हमने आंध्र प्रदेश के लिए एक व्यापक खाके पर चर्चा की, ताकि वह भारत के रक्षा एवं एयरोस्पेस भविष्य की आधारशिला के रूप में उभर सके। विषयगत रक्षा केंद्रों और डीआरडीओ से जुड़े उत्कृष्टता केंद्रों से लेकर रणनीतिक बुनियादी ढांचे और नीतिगत नवाचारों तक के प्रस्तावों के साथ, आंध्र प्रदेश आत्मनिर्भर भारत में योगदान देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उनकी उत्साहजनक प्रतिक्रिया और पूर्ण समर्थन के आश्वासन के लिए आभारी हूं।”
जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल के साथ अपनी बैठक के दौरान नायडू ने पोलावरम-बनकाचेरला लिंक परियोजना के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस परियोजना का उद्देश्य तीन-भागीय जल अंतरण प्रणाली के माध्यम से गोदावरी बाढ़ के अधिशेष जल को सूखा प्रभावित क्षेत्रों में भेजना है, जिसमें बोल्लापल्ले जलाशय, लिफ्ट सिंचाई प्रणाली और नल्लामाला पहाड़ियों के माध्यम से सुरंगें शामिल हैं।
नायडू ने ‘एक्स’ पर लिखा, “आंध्र प्रदेश के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में जल सुरक्षा बढ़ाने के प्रभावी उपायों पर चर्चा करने के लिए आज जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से मुलाकात की।’’
उन्होंने कहा, “पोलावरम-बनकाचेरला पहल सिंचाई, पेयजल और क्षेत्रीय विकास को समर्थन देने के लिए स्थायी समाधानों पर केंद्रित है। ‘स्वर्ण आंध्र-2047’ के लिए हमारे दीर्घकालिक दृष्टिकोण के तहत इसे आगे बढ़ाने के लिए केंद्र से पूर्ण समर्थन मांगा गया।”
आधिकारिक बयान में कहा गया कि नायडू ने आश्वासन दिया कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) जल्द ही पेश की जाएगी।
बैठकों के दौरान केंद्रीय नागर विमानन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू और तेदेपा के सांसद लावु श्री कृष्ण देवरायलु मौजूद भी रहे।
भाषा निहारिका अनुराग
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