कुडो वर्ल्ड कप 2025 में सोहेल खान ने रचा इतिहास, सीनियर पुरुष वर्ग में भारत को दिलाया अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनफोटो : IANS
बुर्गास (बुल्गारिया): भारत के सोहेल खान ने कुडो वर्ल्ड कप 2025 में मेंस -250 पी कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। यह सीनियर पुरुष वर्ग में भारत का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट बुल्गारिया के बुर्गास शहर में आयोजित हुआ, जिसमें विश्वभर के शीर्ष कुडो एथलीट्स ने भाग लिया।
मध्य प्रदेश के सागर जिले से आने वाले सोहेल, जिन्हें "गोल्डन बॉय ऑफ एमपी" के नाम से भी जाना जाता है, ने पूरे टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन किया और भारत को पहली बार इस वर्ग में रजत पदक दिलाया।
शानदार प्रदर्शन की कहानी
सोहेल ने अपने अभियान की शुरुआत राउंड ऑफ 16 में पाकिस्तान के अब्दुल्ला के खिलाफ की, लेकिन वजन सीमा पूरी न करने के कारण पाकिस्तानी खिलाड़ी को वॉकओवर दे दिया गया और सोहेल बिना लड़े अगले दौर में पहुंच गए।
क्वार्टरफाइनल में उन्होंने बुल्गारिया के रसेव राडोस्लाव को कड़े मुकाबले में 1-0 से हराया। इसके बाद सेमीफाइनल में सोहेल ने अपनी सबसे प्रभावशाली जीत दर्ज की, जहां उन्होंने लिथुआनिया के एंडजेज वोनियस को 4-0 से करारी शिकस्त दी और फाइनल में प्रवेश कर भारत के लिए कम से कम रजत पदक सुनिश्चित किया।
ऐतिहासिक फाइनल मुकाबला
फाइनल में सोहेल का मुकाबला फ्रांस के क्वेंटिन मिरामोंट से हुआ। दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला। दो राउंड तक कोई निर्णायक अंक नहीं बना, जिससे मुकाबला टाई हो गया।
इस कारण रेफरी ने मुकाबले को एक तीसरे राउंड तक बढ़ा दिया — यह पूरे वर्ल्ड कप में पहला मौका था जब कोई मुकाबला तीसरे राउंड तक पहुंचा। हालांकि सोहेल ने पूरा दमखम लगाया, लेकिन दो अंकों से हार गए और सिल्वर मेडल के साथ भारत को ऐतिहासिक उपलब्धि दिलाई।
कोचिंग टीम का भी बड़ा योगदान
सोहेल की सफलता के पीछे उनकी कोचिंग टीम का भी अहम योगदान है।
- मुख्य कोच: मोहम्मद एजाज खान
- कंडीशनिंग कोच: हरीकांत तिवारी
- स्ट्रेंथ और न्यूट्रिशन कोच: दीपक तिवारी
- स्ट्राइकिंग कोच: भावजीत चौधरी
पहले भी रहे हैं पदक विजेता
सोहेल खान 2017 जूनियर वर्ल्ड कप के गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं। इसके अलावा वे अक्षय कुमार इंटरनेशनल कुडो टूर्नामेंट में चार बार स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। उन्होंने 2023 सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था।
2025 वर्ल्ड कप में वे 12वीं वरीयता के साथ उतरे थे, इससे पहले उन्होंने इस साल की शुरुआत में यूरेशियन कप में कांस्य पदक जीता था। लेकिन इस बार उन्होंने हर उम्मीद से ऊपर जाकर भारत के अब तक के सर्वश्रेष्ठ सीनियर प्रदर्शन का इतिहास रच दिया।