Air India हादसा: टेकऑफ के 34 सेकंड बाद ही दोनों इंजन बंद, AAIB की शुरुआती रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
12 जून 2025 को अहमदाबाद से उड़ान भरने के 34 सेकंड के भीतर ही Air India फ्लाइट 171 का दुर्घटनाग्रस्त हो जाना अब तक की सबसे बड़ी एविएशन त्रासदियों में से एक बन गया है। अब Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है—दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच 'RUN' से 'CUTOFF' कर दिए गए थे, जिससे प्लेन को पावर मिलना बंद हो गया।
तीन सेकंड में दोनों इंजन बंद, 34 सेकंड में प्लेन क्रैश
रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के ठीक तीन सेकंड बाद ही दोनों इंजनों को फ्यूल सप्लाई देने वाले स्विच बंद कर दिए गए, जिससे विमान ने पूरी ताकत खो दी। इसके बाद 34 सेकंड में ही विमान गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस हादसे में 241 यात्री, क्रू सदस्य, और ग्राउंड पर मौजूद कई लोग मारे गए। सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा है।
कॉकपिट में भ्रम: "तुमने फ्यूल क्यों काटा?" - "मैंने नहीं किया"
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दो पायलटों की बातचीत सामने आई है, जिसमें एक पायलट पूछता है, "तुमने फ्यूल क्यों काटा?", तो दूसरा कहता है, "मैंने नहीं किया"। इससे यह साफ होता है कि टेकऑफ के समय कॉकपिट में भ्रम या संचार की कमी थी।
- विमान उड़ा रहे थे को-पायलट क्लाइव कुंदर
- निगरानी पायलट थे सुमीत सभरवाल, जिनके पास 8600 घंटे से ज्यादा का अनुभव था
- को-पायलट कुंदर के पास 1100 घंटे का अनुभव था
दोनों पायलटों को उड़ान से पहले पर्याप्त विश्राम मिला था।
इंजन फिर से चालू करने की कोशिश असफल रही
जब इंजन बंद हुए, पायलटों ने तुरंत फ्यूल स्विच फिर से 'RUN' मोड में कर दिए, जिससे EGT (Exhaust Gas Temperature) बढ़ी—इसका मतलब था कि इंजन को दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश की गई। लेकिन यह प्रयास सफल नहीं हो सका।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि:
- मौसम सामान्य था
- विमान का वजन अनुमत सीमा में था
- सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन किया गया था
FAA ने 2018 में दी थी चेतावनी, लेकिन Air India ने नहीं लिया एक्शन
US Federal Aviation Administration (FAA) ने 2018 में एक Special Airworthiness Information Bulletin (SAIB) जारी किया था, जिसमें फ्यूल स्विच लॉकिंग मैकेनिज्म की संभावित विफलता की चेतावनी दी गई थी।
हालांकि, यह चेतावनी अनिवार्य नहीं थी, इसलिए Air India ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
Boeing 787 और GE इंजन को लेकर अभी कोई चेतावनी नहीं
AAIB ने फिलहाल Boeing 787-8 विमान और उसके GE GEnx-1B इंजन के ऑपरेटरों के लिए कोई निर्देश नहीं दिया है। जांच अभी जारी है और और भी दस्तावेज, रिकॉर्ड और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
Air India की प्रतिक्रिया
Air India ने रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद X (पूर्व में ट्विटर) पर एक बयान जारी किया:
"हम इस दर्दनाक समय में पीड़ितों के साथ हैं और सभी सहयोग दे रहे हैं। हम सभी नियामकों और हितधारकों के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।"
270 से अधिक लोगों की मौत, भारतीय उड्डयन का काला दिन
यह हादसा भारतीय एविएशन इतिहास का सबसे दर्दनाक हादसों में से एक बन गया है:
- फ्लाइट में मौजूद 242 में से 241 लोगों की मौत
- जमीन पर मौजूद दर्जनों लोग भी मारे गए
- केवल 1 यात्री जीवित बचा
AAIB की अंतिम रिपोर्ट कुछ महीनों में जारी होगी, जिसमें पायलट प्रशिक्षण, विमान प्रणाली, डिजाइन और ऑपरेशनल प्रक्रियाओं पर और गहराई से जांच की जाएगी।
TheTrendingPeople की अंतिम सोच:
Air India की यह दुखद दुर्घटना न केवल तकनीकी चूक की ओर इशारा करती है, बल्कि यह दिखाती है कि मानव त्रुटि और कम्युनिकेशन गैप किस हद तक जानलेवा साबित हो सकते हैं। FAA जैसी संस्थाओं की सलाह को गंभीरता से लेने की ज़रूरत है, चाहे वह अनिवार्य हो या नहीं। जब तक अंतिम रिपोर्ट नहीं आ जाती, यह स्पष्ट है कि सुधार की बहुत आवश्यकता है—चाहे वह कॉकपिट ट्रेनिंग हो, डिजाइन ऑडिट हो या सुरक्षा दिशानिर्देशों का कार्यान्वयन। पीड़ितों के परिवारों को जवाब और न्याय मिलना चाहिए।