योगी सरकार में यूपी पुलिस का एक्शन: 8 साल में 234 दुर्दांत अपराधी ढेर, 14,741 मुठभेड़
लखनऊ, 18 June – उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की 'जीरो टॉलरेंस नीति' के तहत अपराध और अपराधियों के खिलाफ पिछले आठ वर्षों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है। इस अवधि में पुलिस ने मुठभेड़ों (एनकाउंटर) में 234 दुर्दांत अपराधियों को ढेर कर 'यमलोक' पहुंचाया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्णा द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान कुल 14,741 मुठभेड़ की कार्रवाइयां की गईं, जिनमें 30,293 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
एनकाउंटर के प्रमुख आंकड़े
योगी सरकार के कार्यकाल में पुलिस ने अपराध नियंत्रण के लिए सख्त रुख अपनाया है। एनकाउंटर की कार्रवाइयों में 9,202 अपराधी घायल हुए, जो पुलिस की जवाबी कार्रवाई की तीव्रता को दर्शाता है। वहीं, अपराधियों से लोहा लेते हुए 18 पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि 1,700 पुलिसकर्मी घायल हुए, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस बल के बलिदान और समर्पण को दर्शाता है।
जोन-वार एनकाउंटर की स्थिति
डीजीपी राजीव कृष्णा ने विभिन्न पुलिस जोनों में हुई मुठभेड़ों का विस्तृत विवरण भी साझा किया।
मेरठ जोन: पहले स्थान पर प्रदेश में सबसे अधिक मुठभेड़ मेरठ जोन में दर्ज की गई हैं, जहां पुलिस ने 4,183 कार्रवाई की। इस कार्रवाई में 7,871 अपराधी दबोचे गए, जबकि 2,839 अपराधी घायल हुए। वहीं, 77 कुख्यात अपराधियों को मौके पर ही मार गिराया गया, जिससे मेरठ जोन एनकाउंटर कार्रवाई में पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। मेरठ जोन की मुठभेड़ों के दौरान 452 पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए।अन्य प्रमुख जोनों और कमिश्नरियों के आंकड़े
डीजीपी ने बताया कि अन्य जोनों और कमिश्नरियों के एनकाउंटर आंकड़ों पर नजर डालें तो स्थिति इस प्रकार रही:
- लखनऊ जोन: 790 मुठभेड़ के दौरान 15 दुर्दांत अपराधियों को मारा गया।
- प्रयागराज जोन: 506 मुठभेड़ के दौरान 10 अपराधी मारे गए।
- बरेली जोन: 1,962 मुठभेड़ों में 15 अपराधी मारे गए।
- कानपुर जोन: 657 मुठभेड़ों में 11 अपराधी मारे गए।
- गोरखपुर जोन: 594 मुठभेड़ों में 8 अपराधियों को मारा गया।
कमिश्नरी स्तर पर भी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई:
- लखनऊ कमिश्नरी: 126 मुठभेड़ों में 11 अपराधी मारे गए।
- गौतमबुद्ध नगर (नोएडा): 1,035 मुठभेड़ों में 9 अपराधी मारे गए।
- कानपुर कमिश्नरी: 221 मुठभेड़ों में 4 अपराधी मारे गए।
- वाराणसी कमिश्नरी: 118 मुठभेड़ों में 7 अपराधी मारे गए।
- आगरा कमिश्नरी: 426 मुठभेड़ों में 7 अपराधी मारे गए।
- प्रयागराज कमिश्नरी: 126 मुठभेड़ों में 5 अपराधियों को ढेर किया गया।
ये आंकड़े योगी सरकार की अपराध के प्रति 'जीरो टॉलरेंस' की नीति और प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत करने के प्रयासों को दर्शाते हैं। अपराधियों के खिलाफ चलाए गए इस अभियान से प्रदेश में अपराध दर पर नियंत्रण पाने में मदद मिली है।