2026 को लेकर बढ़ा डर: नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में ‘सात महीने का महायुद्ध’ और ‘खून से भर जाएगा स्विट्जरलैंड’ का दावा, सोशल मीडिया पर चर्चा तेज
नेशनल डेस्क। साल 2026 आने में अभी 27 दिन बाकी हैं, लेकिन इसके नाम पर सोशल मीडिया पर डर, उत्सुकता और चर्चा का दौर शुरू हो चुका है। वजह है प्रख्यात भविष्यवक्ताओं माइकल दि नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां, जिनमें 2026 के लिए बेहद भयावह घटनाओं का जिक्र किया गया है। दावा किया जा रहा है कि उनकी लिखी बातें पढ़कर लोग इंटरनेट पर चिंतित और सहमे हुए हैं।
नास्त्रेदमस और उनकी चर्चित किताब Les Prophéties
फ्रांस के प्रसिद्ध भविष्यवक्ता माइकल दि नास्त्रेदमस का जन्म 14 दिसंबर 1503 को सेंट रेमी गांव में हुआ था और 1566 में उनका निधन हुआ। उनकी चर्चित किताब लेस प्रोफेटिज (Les Prophéties) में की गई कई भविष्यवाणियों के बारे में दावा है कि समय के साथ वे सच साबित हुईं। अब उसी किताब में 2026 से जुड़े दावों ने लोगों को चिंतित कर दिया है।
स्विट्जरलैंड में ‘खून की नदियों’ की भविष्यवाणी
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों में सबसे अधिक चर्चा स्विट्जरलैंड के तिसिनो (Ticino) शहर को लेकर है। दावा किया गया है कि आने वाले समय में यह इलाका “खून से भर जाएगा” और “भारी तबाही” मचेगी।
तिसिनो क्षेत्र में बड़ी संख्या में जंगल, ग्लेशियर और झीलें हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि नास्त्रेदमस की किताब में इसी जगह का नाम क्यों आया, लेकिन सोशल मीडिया पर वहां के लोग इससे जुड़े दावों को लेकर चिंतित हैं।
क्या 2026 में शुरू होगा तीसरा विश्वयुद्ध? दावा 7 महीने तक चले संघर्ष का
2026 को लेकर सबसे अधिक वायरल भविष्यवाणी एक बड़े वैश्विक युद्ध से संबंधित है।
- भविष्यवाणी के अनुसार साल 2026 में एक महायुद्ध शुरू हो सकता है।
- यह संघर्ष दुनिया की दो महाशक्तियों के बीच हो सकता है।
- इसकी अवधि सात महीने बताई गई है।
कुछ विश्लेषक इन भविष्यवाणियों को मीडिया ट्रेंड और अंतरराष्ट्रीय तनावों से जोड़कर देख रहे हैं। उनका कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों में अमेरिका, रूस और चीन जैसे शक्तिशाली देशों के बीच बढ़ता तनाव लोगों को 2026 से जोड़कर इसे देखने पर मजबूर कर रहा है।
सोशल मीडिया पर रिएक्शन — डर, बहस और मीम्स
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को लेकर इंटरनेट पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।
कुछ यूज़र्स डरे हुए हैं, कुछ इसे अंधविश्वास बता रहे हैं और कुछ मज़ाकिया अंदाज में कमेंट कर रहे हैं।
एक यूज़र ने लिखा — “अगर यह सच हुआ तो दुनिया भयानक तबाही देखेगी।”
दूसरे ने कहा — “2025 इतना भारी रहा… 2026 में क्या होने वाला है सोचकर डर लगता है।”
वहीं एक मजाकिया कमेंट में किसी ने लिखा — “मैं तो हिमालय जा रहा हूं, दुनिया खत्म हो जाए तो कॉल कर देना।”
हमारी राय
नास्त्रेदमस की लिखी भविष्यवाणियों का ऐतिहासिक महत्व है, लेकिन इन्हें वैज्ञानिक तथ्यों की तरह मान लेना सही नहीं है। दुनिया कई भू-राजनीतिक तनावों से गुजर रही है, इसलिए ऐसी बातें अधिक तेजी से फैलती हैं। डर और अफवाहों के बजाय सूझबूझ जरूरी है — भविष्यवाणियां इतिहास का हिस्सा हो सकती हैं, लेकिन भविष्य विज्ञान के आधार पर बनाया जाता है।
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