मां अंबाजी भादरवी पूनम महामेले में 40 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जताया आभारImage via IANS
40 लाख श्रद्धालुओं ने लिए मां अंबाजी के दर्शन
गुजरात के बनासकांठा जिले स्थित शक्तिपीठ मां अंबाजी मंदिर में आयोजित भादरवी पूनम महामेला 2025 इस वर्ष भी भव्य और दिव्य रूप से संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि मां अंबाजी की कृपा और सभी की भागीदारी से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
उन्होंने बताया कि इस बार महामेले में 40 लाख से अधिक श्रद्धालु प्रत्यक्ष दर्शन के लिए पहुंचे, जबकि 2 करोड़ से ज्यादा भक्तों ने ऑनलाइन माध्यम से दर्शन किए।
सुरक्षा और सुविधा की विशेष व्यवस्थाएं
सीएम भूपेंद्र पटेल ने महामेले की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे।
- राज्य परिवहन निगम की ओर से 1,000 बसों के जरिए 13,500 फेरे लगाए गए।
- पुलिस विभाग के 5,000 से अधिक कर्मचारी, त्वरित प्रतिक्रिया दल, बम निरोधक दस्ता, घुड़सवार और प्रहरीदुर्ग ने सुरक्षा सुनिश्चित की।
- 535 सीसीटीवी कैमरे निगरानी के लिए लगाए गए।
- स्वास्थ्य सेवाओं के तहत 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को उपचार केंद्रों से छोटी-बड़ी सुविधाएं प्रदान की गईं।
- जलदाय विभाग ने प्रतिदिन 40 लाख लीटर पानी उपलब्ध कराया।
विशेष रूप से दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्हीलचेयर, ई-रिक्शा और आपातकालीन निकास जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
श्रद्धालुओं की सेवा के लिए व्यापक इंतजाम
महामेले में आने वाले भक्तों के लिए:
- निशुल्क भोजन प्रसाद का लाभ लगभग 5.5 लाख श्रद्धालुओं ने उठाया।
- जलरोधक विश्राम स्थल और सहायता केंद्र विभिन्न स्थानों पर संचालित रहे।
- सफाई कर्मचारियों ने भारी बारिश के बावजूद लगातार ड्यूटी निभाई और जैविक अपशिष्ट का निपटान भी जैविक तरीके से किया गया।
इसके अलावा, मां अंबाजी मंदिर परिसर में शानदार ड्रोन शो और लाइट शो का आयोजन हुआ, जिसका श्रद्धालुओं ने भरपूर आनंद लिया।
आयोजन की तारीखें और प्रशासन की भूमिका
देवस्थानम प्रबंधन और तीर्थयात्रा विभाग के सचिव राजेंद्र कुमार ने बताया कि यह महामेला 1 सितंबर से शुरू होकर 7 सितंबर 2025 को पूर्णिमा के दिन संपन्न हुआ।
उन्होंने सफल आयोजन का श्रेय बनासकांठा सहित आसपास के 7 जिलों की प्रशासनिक टीमों को दिया। इन टीमों ने श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, खाने-पीने और दर्शन की सुगमता सुनिश्चित की।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का संदेश
मुख्यमंत्री ने अपनी पोस्ट में कहा:
“40 लाख श्रद्धालु – यह संख्या यूरोप और दुनिया के कुछ देशों की जनसंख्या से भी अधिक है। इस व्यवस्था को सफलतापूर्वक संपन्न करना कुशल प्रबंधन और जनशक्ति का गौरवशाली उदाहरण है। इसके लिए मैं सभी श्रद्धालुओं, अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट, प्रशासन, धर्मार्थ संस्थाओं और इस व्यवस्था से जुड़े सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।”
अंतिम विचार – TheTrendingPeople.com
मां अंबाजी भादरवी पूनम महामेला न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह गुजरात की सांस्कृतिक और प्रशासनिक क्षमता का भी परिचायक बन गया है। करोड़ों श्रद्धालुओं के सहभाग के साथ यह आयोजन इस वर्ष भी सफल रहा।
TheTrendingPeople.com का मानना है कि ऐसे आयोजन जहां आस्था को ऊर्जा प्रदान करते हैं, वहीं वे प्रबंधन और सामूहिक प्रयास का भी बेहतरीन उदाहरण पेश करते हैं। आने वाले वर्षों में मां अंबाजी महामेला न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश के लिए आस्था और अनुशासन के संगम का प्रतीक बना रहेगा।