मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों का स्वागत कर उनकी आस्था को सम्मान दिया। मेरठ में उन्होंने स्वयं सड़क पर उतरकर कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा की, जबकि अन्य जिलों में हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर शिवभक्तों की श्रद्धा को नमन किया।
मेरठ में आयोजित एक प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो कोई भी कांवड़ यात्रा की आड़ में उपद्रव फैलाने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पवित्र यात्रा को बदनाम करने की साजिश करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “सावन मास में देशभर से लाखों शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल लेकर भगवान शिव के मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। यह यात्रा श्रद्धा, समर्पण और सामाजिक समता का प्रतीक बन गई है। युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक, हर वर्ग के लोग इसमें भाग लेकर भक्ति का अनुपम उदाहरण पेश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर इस यात्रा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शिवभक्तों और कांवड़ संघों से आग्रह किया कि वे ऐसे तत्वों की पहचान कर प्रशासन को जानकारी दें ताकि समय रहते सख्त कार्रवाई हो सके।
सीएम योगी ने बताया कि कांवड़ यात्रा की निगरानी के लिए सभी प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यात्रा के बाद अगर किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आती है तो उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक किए जाएंगे और उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
उन्होंने बताया कि सरकार, प्रशासन, धार्मिक संस्थाएं और स्वयंसेवी संगठन मिलकर इस यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने में जुटे हुए हैं। श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पंडाल, स्वागत शिविर, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा और विश्राम की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यातायात को सुचारु बनाए रखने और सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
मुख्यमंत्री ने भक्तों से अपील की कि वे स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और यात्रा के दौरान किसी भी सार्वजनिक स्थल को गंदा न करें। उन्होंने कहा कि इस यात्रा की गरिमा और पवित्रता बनी रहनी चाहिए। “शिवभक्तों को लोक कल्याण की भावना के साथ यात्रा करनी चाहिए,” उन्होंने कहा।
पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले ऐसी पवित्र यात्राओं को प्रोत्साहन नहीं दिया जाता था और कई बार इन्हें रोकने की कोशिश की जाती थी। लेकिन अब जब एक ऐसी सरकार है जो श्रद्धा को सम्मान देती है, तो हर भक्त का भी दायित्व है कि वह इस परंपरा को शांति और मर्यादा के साथ आगे बढ़ाए।
उन्होंने जनता से अपील की कि अगर किसी को उपद्रवियों की जानकारी मिले तो वे कानून को हाथ में न लें, बल्कि तुरंत प्रशासन को सूचित करें। “भगवान शिव लोकमंगल के देवता हैं और उनकी कृपा सभी पर समान रूप से बरसती है। ऐसे में यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि इस यात्रा को किसी भी प्रकार की हिंसा और अव्यवस्था से बचाया जाए।”
The Trending People का निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह संदेश साफ है—कांवड़ यात्रा एक आस्था का पर्व है, जिसे किसी भी हाल में अशांति या उपद्रव का मंच नहीं बनने दिया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाएं और सीएम का स्वयं सड़कों पर उतरना इस बात का संकेत है कि श्रद्धालुओं की भक्ति को पूरा सम्मान मिल रहा है। अब यह हर शिवभक्त और आम नागरिक का कर्तव्य है कि वे इस परंपरा की गरिमा बनाए रखने में सहयोग करें।