नेशनल डेस्क, TheTrendingPeople: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने बिहार के वैशाली जिले के किसानों की किस्मत बदल दी है। इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को हर साल ₹6,000 की आर्थिक सहायता तीन किस्तों में दी जाती है, जिससे वे खेती-बाड़ी में आने वाले खर्चों को आसानी से पूरा कर पा रहे हैं।
इस योजना का लाभ लेकर वैशाली के हजारों किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि यह योजना उनकी खेती की दशा और दिशा दोनों को बदलने में अहम साबित हुई है।
वैशाली जिले के किसान वीर बहादुर सिंह ने बताया कि पहले आर्थिक तंगी के कारण समय पर खाद और बीज नहीं मिल पाते थे, जिससे फसल की बुवाई में देरी होती थी। लेकिन अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से समय पर जरूरी सामान खरीदना संभव हो गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों से खेती कर रहा हूं, लेकिन इस योजना जैसी मदद पहले कभी नहीं मिली। इससे मेरी उपज भी बढ़ी है और मुनाफा भी होने लगा है। यह योजना हमारे जैसे छोटे किसानों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है।
ऐसी ही कहानी राम प्रवेश राय की भी है, जो 60 वर्षों से खेती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना हमारे लिए सबसे बड़ा सहारा बन गई है। पहले खाद, बीज या कीटनाशक के लिए पैसे की चिंता रहती थी, लेकिन अब पीएम किसान योजना की राशि से इन सब चीजों की समय पर खरीद हो जाती है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल फसल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, बल्कि उत्पादन भी बढ़ा है।
किसानों का कहना है कि यह योजना न सिर्फ आर्थिक मजबूती दे रही है, बल्कि आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी उन्हें आगे बढ़ा रही है। खेती के संसाधनों की समय पर उपलब्धता ने ग्रामीण जीवन को नई ऊर्जा दी है। पहले जहां किसान कर्ज के बोझ तले दबे रहते थे, अब वही किसान आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं।
The Trending People का निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने वैशाली जिले जैसे कृषि-प्रधान इलाकों में बदलाव की एक नई लहर चलाई है। यह सिर्फ एक आर्थिक सहायता योजना नहीं, बल्कि किसानों के आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम है। यदि इसे ईमानदारी से पूरे देश में लागू किया जाए तो यह ग्रामीण भारत की तस्वीर बदल सकती है।