भारत का AI इकोसिस्टम: 250 अरब डॉलर से ज्यादा का राजस्व, 60 लाख से ज्यादा रोजगार और ग्लोबल लीडर बनने का लक्ष्य
नई दिल्ली: बुधवार को संसद को दी गई जानकारी के अनुसार, भारत एक मजबूत सूचना प्रौद्योगिकी (IT) इकोसिस्टम के साथ वैश्विक AI परिदृश्य में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभर रहा है। यह इकोसिस्टम सालाना 250 अरब डॉलर से अधिक का राजस्व उत्पन्न करता है और 60 लाख से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करता है। यह आंकड़ा भारत के तकनीकी कौशल और डिजिटल क्रांति में उसकी बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
AI में भारत की वैश्विक स्थिति
स्टैनफोर्ड एआई रैंकिंग जैसी ग्लोबल रैंकिंग भारत को AI स्किल्स (कौशल), क्षमताओं और AI के उपयोग की नीतियों के मामले में दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल करती हैं। यह मान्यता भारत की बढ़ती तकनीकी विशेषज्ञता और AI नवाचार के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि भारत गिटहब (GitHub) एआई प्रोजेक्ट्स में दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता भी है, जो ओपन-सोर्स AI विकास में भारतीय डेवलपर्स की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है।
भारत की AI रणनीति: लोकतांत्रिक उपयोग और समावेशी विकास
जितिन प्रसाद ने बताया कि भारत की AI रणनीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टेक्नोलॉजी के उपयोग को लोकतांत्रिक बनाने के दृष्टिकोण पर आधारित है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत-केंद्रित चुनौतियों का समाधान करना और सभी भारतीयों के लिए आर्थिक और रोजगार के अवसर पैदा करना है। यह रणनीति AI को केवल एक तकनीकी उपकरण के रूप में नहीं देखती, बल्कि इसे सामाजिक-आर्थिक विकास और आम आदमी के जीवन में सुधार लाने के एक साधन के रूप में देखती है। भारत की AI रणनीति का अंतिम उद्देश्य भारत को AI में एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करना है, जो नवाचार और जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाए रखेगा।
इंडियाएआई मिशन: एक रणनीतिक पहल
सरकार ने मार्च 2024 में इंडियाएआई मिशन की शुरुआत की। यह भारत के विकास लक्ष्यों के अनुरूप एक मजबूत और समावेशी AI इकोसिस्टम स्थापित करने की एक रणनीतिक पहल है। राज्य मंत्री ने इंडियाएआई मिशन के तहत सरकार द्वारा लागू की जा रही सात-स्तंभ रणनीति पर प्रकाश डाला, जो AI के विभिन्न पहलुओं को कवर करती है:
इंडियाएआई कंप्यूट क्षमता (IndiaAI Compute Capacity): इसका उद्देश्य एमएसएमई (MSMEs) और स्टार्टअप सहित सभी को किफायती लागत पर उच्च-स्तरीय कंप्यूट पावर (जीपीयू - Graphics Processing Units) प्रदान करना है। यह AI विकास के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को सुलभ बनाएगा।इंडियाएआई फाउंडेशन मॉडल परियोजना (IndiaAI Foundation Model Project): भारतीय डेटासेट और भाषाओं पर प्रशिक्षित भारत के बड़े मल्टीमॉडल मॉडल (एलएमएम - Large Multimodal Models) विकसित करने के लिए यह परियोजना शुरू की गई है। इसका उद्देश्य जनरेटिव एआई (Generative AI) में संप्रभु क्षमता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना है।
एआईकोश (AIKosh): AI मॉडल के प्रशिक्षण के लिए बड़े डेटासेट विकसित करने हेतु एआईकोश को सरकारी और गैर-सरकारी स्रोतों से डेटासेट को इंटीग्रेट करने वाले एक यूनिफाइड डेटा प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया गया है। यह AI अनुसंधान और विकास के लिए आवश्यक डेटा तक पहुंच को सरल बनाएगा।
निष्कर्ष
भारत का मजबूत आईटी इकोसिस्टम और महत्वाकांक्षी इंडियाएआई मिशन देश को वैश्विक AI शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। सरकार की सात-स्तंभ रणनीति AI के विकास के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे, प्रतिभा, डेटा और अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित करती है, जबकि जिम्मेदार AI को भी प्राथमिकता देती है। यह पहल न केवल भारत की तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाएगी, बल्कि यह सुनिश्चित करेगी कि AI का लाभ सभी भारतीयों तक पहुंचे, जिससे एक समावेशी और विकसित भारत का निर्माण हो सके।