वित्तीय सेवा क्षेत्र में Q2 2025 में 5.6 अरब डॉलर के 79 लेनदेन दर्ज: ग्रांट थॉर्नटन रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारत के फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में अप्रैल-जून 2025 की अवधि में आईपीओ (Initial Public Offerings) और क्यूआईपी (Qualified Institutional Placements) एक्टिविटी सहित कुल 5.6 अरब डॉलर मूल्य के 79 लेनदेन दर्ज किए गए हैं। यह जानकारी सोमवार को ग्रांट थॉर्नटन भारत द्वारा जारी 'दूसरी तिमाही फाइनेंशियल सर्विस डीलट्रैकर' रिपोर्ट में दी गई है, जो भारतीय वित्तीय बाजार में एक संतुलित निवेश दृष्टिकोण को दर्शाती है।
सौदों की संख्या और मूल्य में वृद्धि: एक संतुलित दृष्टिकोण
रिपोर्ट के अनुसार, कुल सौदों की संख्या में पिछली तिमाही (2025 की पहली तिमाही) की तुलना में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि, मूल्य में केवल मामूली 5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यह प्रवृत्ति वैश्विक अनिश्चितताओं और व्यापार तनावों के बीच एक संतुलित निवेश दृष्टिकोण को दर्शाती है, जहां निवेशक अधिक संख्या में छोटे सौदों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
पब्लिक मार्केट एक्टिविटी (जैसे आईपीओ और क्यूआईपी) को छोड़कर, इस सेक्टर ने 4.5 अरब डॉलर मूल्य के 73 सौदों को लेकर जानकारी दी। यह तिमाही आधार पर सौदों की संख्या में 12 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है, लेकिन मूल्य में 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट इस तिमाही में घरेलू सौदों के मूल्य में 92 प्रतिशत की तीव्र गिरावट के कारण दर्ज की गई, जो घरेलू निवेश में कुछ सुस्ती का संकेत है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "इसके बावजूद, हाई-वैल्यू एक्टिविटी मजबूत रहीं, जिसमें 100 मिलियन डॉलर से अधिक के छह सौदों ने सामूहिक रूप से 3.7 बिलियन डॉलर का योगदान दिया।" यह दर्शाता है कि बड़े निवेशक अभी भी भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में महत्वपूर्ण अवसर देख रहे हैं। इस तिमाही में इस सेक्टर का कुल कारोबार में 14 प्रतिशत और कुल मूल्य में 33 प्रतिशत का योगदान रहा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
विशेषज्ञों की राय: कंसोलिडेशन और फिनटेक का आकर्षण
ग्रांट थॉर्नटन भारत में प्राइवेट इक्विटी ग्रुप और डील्स टैक्स एडवाइजरी लीडर, विशाल अग्रवाल ने कहा, "दूसरी तिमाही में छोटे-छोटे लेनदेन से प्रेरित उच्च सौदों की संख्या का रुझान जारी रहा, जिसमें खासकर भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण बड़े सौदे भी शामिल थे।" यह प्रवृत्ति भारतीय बाजार में गहरी पैठ बनाने और विविध निवेश अवसरों का लाभ उठाने की इच्छा को दर्शाती है।
अग्रवाल ने आगे कहा कि जैसे-जैसे बैंक और लघु वित्त बैंकों में कंसोलिडेशन (एकीकरण) गहराता है और नियामक स्पष्टता में सुधार होता है, वैसे-वैसे हम इस सेक्टर में विलय एवं अधिग्रहण (एम एंड ए) और प्राइवेट इक्विटी (पीई) एक्टिविटी में वृद्धि की उम्मीद करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि फिनटेक निवेशकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण बना हुआ है, जो डिजिटल वित्तीय सेवाओं की बढ़ती मांग को दर्शाता है।
विलय एवं अधिग्रहण (M&A) और प्राइवेट इक्विटी (PE) का प्रदर्शन
विलय एवं अधिग्रहण (M&A): 2025 की दूसरी तिमाही में अधिग्रहण (एम एंड ए) गतिविधि में स्लोडाउन देखा गया, जिसमें पहली तिमाही की तुलना में मात्रा में 43 प्रतिशत और मूल्य में 35 प्रतिशत की गिरावट आई। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस तिमाही में 2.6 अरब डॉलर मूल्य के 16 सौदे दर्ज किए गए। पिछली तिमाही की तुलना में 35 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद घरेलू लेनदेन मात्रा में हावी रहे। सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन द्वारा यस बैंक में 1.5 अरब डॉलर की हिस्सेदारी के अधिग्रहण के कारण, इस तिमाही में कुल एम एंड ए मूल्य में इनबाउंड सौदों का हिस्सा 88 प्रतिशत रहा, जो 2024 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक प्रतिशत है। यह विदेशी निवेश की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
प्राइवेट इक्विटी (PE): रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 की दूसरी तिमाही में प्राइवेट इक्विटी (पीई) में उछाल आया और 1.9 अरब डॉलर मूल्य के 57 सौदे दर्ज किए गए। यह 2022 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक तिमाही मात्रा और 2023 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक मूल्य है। यह पीई निवेशकों के बीच भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में बढ़ते विश्वास और निवेश के अवसरों की उपलब्धता को दर्शाता है।
निष्कर्ष
ग्रांट थॉर्नटन भारत की रिपोर्ट भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में एक गतिशील और विकसित हो रहे परिदृश्य को दर्शाती है। आईपीओ और क्यूआईपी एक्टिविटी के साथ-साथ फिनटेक में बढ़ता निवेश इस सेक्टर की बढ़ती क्षमता को उजागर करता है। हालांकि विलय एवं अधिग्रहण में कुछ सुस्ती देखी गई है, लेकिन प्राइवेट इक्विटी में मजबूत उछाल और विशेषज्ञों की सकारात्मक राय भविष्य के लिए आशावादी दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। कंसोलिडेशन और नियामक स्पष्टता में सुधार के साथ, भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र आने वाले समय में और अधिक वृद्धि और नवाचार देखने के लिए तैयार है।