कैलिफोर्निया में 8 भारतीय मूल के लोग गिरफ्तार: अपहरण, टॉर्चर और भारत-कनाडा तक फैला नेटवर्क
वाशिंगटन: अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सैन जोआक्विन काउंटी में पुलिस और FBI ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 भारतीय मूल के लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर एक स्थानीय व्यक्ति का अपहरण कर उसे नग्न करके घंटों तक टॉर्चर करने और फिर पैसे ऐंठने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह गिरोह सिर्फ अमेरिका में ही नहीं, बल्कि भारत में भी हत्या और हथियारों के मामलों में शामिल है। गिरफ्तार लोगों के इस गिरोह का सरगना पवित्तर सिंह बताया जा रहा है, जो पंजाब के बटाला में हत्या समेत कई मामलों में भारत में भी वांछित है। FBI ने कहा कि इस गिरोह का नेटवर्क अमेरिका, भारत और कनाडा तक फैला हुआ है, जो इसकी अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गतिविधियों को दर्शाता है।
छापेमारी और बरामदगी: हथियारों का जखीरा और नकदी
शेरिफ पैट्रिक विथ्रो ने बताया कि उन्हें 21 जून को इस मामले की सूचना मिली थी। जांच के बाद 11 जुलाई को FBI, स्टॉकटन पुलिस, मांटेका पुलिस और काउंटी शेरिफ ऑफिस की संयुक्त SWAT टीम ने छापेमारी कर पांच जगहों पर एक साथ कार्रवाई की। इस दौरान पुलिस को भारी मात्रा में अवैध हथियार और नकदी बरामद हुई, जिससे गिरोह की खतरनाक प्रकृति का पता चलता है। बरामदगी में शामिल हैं:
- मशीन गन
- असॉल्ट राइफल
- छत के वेंट में छुपाकर रखा गया 15,000 डॉलर नकद
पुलिस ने बताया कि इस गैंग पर अपहरण, फिरौती वसूलने, टॉर्चर, अवैध हथियार रखने, गवाहों को धमकाने, ट्रक हाईजैकिंग, हथियार और ड्रग्स की तस्करी और भारत में राजनीतिक हिंसा जैसे गंभीर आरोप हैं। यह आरोपों की लंबी सूची गिरोह की बहुआयामी आपराधिक गतिविधियों को दर्शाती है।
गिरफ्तार सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
इस गैंग के अन्य गिरफ्तार सदस्यों के नाम हैं:
- दिलप्रीत सिंह
- सरबजीत सिंह
- गुरताज सिंह
- अमृतपाल सिंह
- विशाल सिंह
- अर्शप्रीत सिंह
- मनप्रीत रंधावा
FBI ने कहा कि छह आरोपियों को इमीग्रेशन विभाग ने अलग से हिरासत में लिया है। यह दर्शाता है कि उनके खिलाफ इमीग्रेशन कानूनों के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
कानूनी कार्रवाई और संभावित प्रत्यर्पण
काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी रॉन फ्रेटस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सभी आठ आरोपियों पर गैंग से जुड़े गंभीर आरोप लगे हैं और इन्हें उम्रकैद हो सकती है, बिना जमानत के। यह दर्शाता है कि अमेरिकी कानून के तहत इन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
FBI अब भारत और कनाडा के साथ मिलकर आगे की कानूनी कार्रवाई और संभावित प्रत्यर्पण (एक्स्ट्राडिशन) की तैयारी कर रही है। यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग इस बात पर जोर देता है कि कैसे विभिन्न देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियां सीमा पार अपराधों से निपटने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। पवित्तर सिंह जैसे भारत में वांछित अपराधियों का प्रत्यर्पण भारत के लिए एक बड़ी सफलता होगी।
शेरिफ पैट्रिक विथ्रो ने इन अपराधियों के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “ये लोग जानवर हैं, इन्हें इंसानी जिंदगी की कोई कद्र नहीं है।” यह टिप्पणी इस घटना की क्रूरता और पुलिस अधिकारियों की भावनाओं को दर्शाती है।
भारतीय-अमेरिकी समुदाय से अपील
पुलिस और FBI ने अमेरिका में रहने वाले भारतीय-अमेरिकी समुदाय से अपील की है कि अगर कोई उनसे उगाही या धमकी मांगता है तो तुरंत गुप्त हेल्पलाइन पर जानकारी दें। यह अपील समुदाय के भीतर संभावित छिपी हुई आपराधिक गतिविधियों को उजागर करने और पीड़ितों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई है। यह दर्शाता है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां समुदाय की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्हें सहयोग की आवश्यकता है।
कैलिफोर्निया में 8 भारतीय मूल के लोगों की गिरफ्तारी, जिनमें भारत में वांछित कुख्यात अपराधी पवित्तर सिंह भी शामिल है, एक बड़ी सफलता है जो अंतरराष्ट्रीय आपराधिक नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को दर्शाती है। इस घटना ने बिहार की कानून-व्यवस्था और जेल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि सरगना चंदन मिश्रा की पटना के एक बड़े अस्पताल में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि वह हत्या के एक मामले में बेउर जेल में बंद था और इलाज के लिए पैरोल पर पटना लाया गया था। यह घटनाक्रम न केवल अमेरिका में आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद करेगा, बल्कि भारत और कनाडा के साथ मिलकर ऐसे गिरोहों के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में भी सहायक होगा, जिससे सीमा पार अपराधों से निपटने में एक मजबूत संदेश जाएगा।