रोजाना 7,000 कदम चलने से कैंसर, डायबिटीज, डिप्रेशन और डिमेंशिया का खतरा कम: नया अध्ययन
नई दिल्ली: स्वास्थ्य विशेषज्ञों और फिटनेस गुरुओं द्वारा अक्सर सुझाए जाने वाले 10,000 कदम के लक्ष्य के बीच, एक नए अध्ययन ने कम सक्रिय लोगों के लिए एक अधिक व्यावहारिक और प्रभावी लक्ष्य सामने रखा है। द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, रोजाना 7,000 कदम चलने से कैंसर, डायबिटीज, डिप्रेशन, डिमेंशिया जैसे गंभीर स्वास्थ्य खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह शोध उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो अपनी व्यस्त दिनचर्या में 10,000 कदम पूरे करने में संघर्ष करते हैं।
1.6 लाख से अधिक वयस्कों पर आधारित व्यापक विश्लेषण
इस अध्ययन में 57 शोधों का गहन विश्लेषण किया गया, जिसमें 1,60,000 से अधिक वयस्कों के स्वास्थ्य डेटा शामिल थे। यह एक विशाल और व्यापक डेटासेट है, जो निष्कर्षों को अधिक विश्वसनीय बनाता है। शोधकर्ताओं ने विभिन्न आयु समूहों, लिंगों और भौगोलिक क्षेत्रों के लोगों के डेटा का अध्ययन किया ताकि पैदल चलने और स्वास्थ्य परिणामों के बीच संबंधों को बेहतर ढंग से समझा जा सके।
7,000 कदम के चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ
अध्ययन में पाया गया कि रोज 7,000 कदम चलने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा उल्लेखनीय रूप से कम हो सकता है:
- हृदय रोग: खतरा 25 प्रतिशत तक कम।
- कैंसर: खतरा 6 प्रतिशत तक कम।
- टाइप 2 डायबिटीज: खतरा 14 प्रतिशत तक कम।
- डिमेंशिया (मनोभ्रंश): खतरा 38 प्रतिशत तक कम।
- डिप्रेशन (अवसाद): खतरा 22 प्रतिशत तक कम।
- गिरने की घटनाएं: खतरा 28 प्रतिशत तक कम।
इन सबके अलावा, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोजाना 7,000 कदम चलने से मृत्यु का जोखिम करीब 50 प्रतिशत तक घट सकता है। यह आंकड़ा पैदल चलने के स्वास्थ्य लाभों की गंभीरता को रेखांकित करता है।
7,000 कदम: एक व्यावहारिक और प्रभावी लक्ष्य
वर्तमान में, 10,000 कदम रोजाना का एक अनौपचारिक लक्ष्य माना जाता है, जिसे फिटनेस के प्रति जागरूक लोग अक्सर अपनाते हैं। हालांकि, अध्ययन में कहा गया है कि 7,000 कदम का लक्ष्य कम सक्रिय लोगों के लिए अधिक व्यावहारिक और प्राप्त करने योग्य है।
ऑस्ट्रेलिया की सिडनी यूनिवर्सिटी के चार्ल्स पर्किन्स सेंटर के प्रोफेसर डिंग डिंग ने बताया, “हालांकि 10,000 कदम सक्रिय लोगों के लिए उपयुक्त हो सकता है, लेकिन 7,000 कदम रोजाना स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधार लाता है और यह सामान्य लक्ष्य है।” इसका मतलब है कि आपको अधिकतम लाभ के लिए अत्यधिक सक्रिय होने की आवश्यकता नहीं है; एक मध्यम स्तर की गतिविधि भी पर्याप्त हो सकती है।
अध्ययन में यह भी सामने आया कि केवल 4,000 कदम रोजाना चलने से भी 2,000 कदम की तुलना में बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह उन लोगों के लिए एक अच्छी खबर है जो अभी अपनी शारीरिक गतिविधि बढ़ाना शुरू कर रहे हैं। हृदय रोग जैसे कुछ मामलों में 7,000 कदम से अधिक चलने से लाभ मिलता है, लेकिन ज्यादातर बीमारियों में लाभ इस स्तर पर स्थिर हो जाता है, जिसका अर्थ है कि 7,000 कदम एक 'स्वीट स्पॉट' हो सकता है।
अध्ययन की सीमाएं और भविष्य की दिशा
शोधकर्ताओं ने कुछ सीमाओं को भी स्वीकार किया। उन्होंने माना कि कैंसर और डिमेंशिया पर उनका अध्ययन सीमित है और आयु-से जुड़े विशिष्ट विश्लेषण की कमी जैसे कारणों से प्रभावित है। फिर भी, यह अध्ययन रोजाना कदमों को गिनने को शारीरिक गतिविधि मापने का एक सरल और सुलभ तरीका बताता है, जिसे आम लोग आसानी से अपना सकते हैं।
शोधकर्ताओं का मानना है कि ये निष्कर्ष भविष्य में पब्लिक हेल्थ गाइडलाइंस को आकार दे सकते हैं। ये एक आसान और प्रैक्टिकल समाधान है जो लोगों को पैदल चलने के लिए प्रेरित कर सकता है, जिससे बड़े पैमाने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यह अध्ययन एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए आपको एक एथलीट होने की आवश्यकता नहीं है; बस अपनी दिनचर्या में थोड़ी और गतिविधि शामिल करना ही काफी है।
निष्कर्ष
द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित यह नया अध्ययन इस बात पर जोर देता है कि रोजाना 7,000 कदम चलना हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है। कैंसर, डायबिटीज, डिमेंशिया और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम करने के साथ-साथ मृत्यु दर को भी आधा करने की क्षमता, पैदल चलने को एक शक्तिशाली निवारक दवा बनाती है। यह उन सभी लोगों के लिए एक सरल, सुलभ और प्रभावी समाधान है जो अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं और एक लंबा, स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं। तो, आज से ही अपने कदमों की संख्या बढ़ाना शुरू करें और स्वस्थ जीवन की ओर एक कदम बढ़ाएं!